उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य के 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे आवागमन ठहर गया है। करीब 40-45 लोग फिसलन के चलते गिरकर घायल हो गए हैं। प्रशासन सड़कों को ठीक करने में जुटा हुआ है।
उत्तराखंड में छह जनवरी को शुरू हुई बर्फबारी 10 जनवरी तक जारी रही। आठ जनवरी को सबसे अधिक 32.2 मिमी बर्फबारी हुई, जिसने राज्य को बहुत ज्यादा प्रभावित किया। राज्य सरकार के अधिकारी ने बताया कि एक अधिकारी के अनुसार, गढ़वाल मंडल के चमोली, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जनपदों में करीब 950 गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित है।
इसके अलावा 450 से अधिक गांवों में पेयजल का संकट बना हुआ है। अधिकांश गांवों में लोग बर्फ पिघलाकर पानी पी रहे हैं। औली में बर्फबारी के बाद जोशीमठ-औली मार्ग बंद है। 20 से अधिक पर्यटक वाहन लौट नहीं पा रहे हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ में लगातार पहाड़ी से पत्थर बरस रहे हैं। कुमाऊं मंडल के नैनीताल, बागेश्वर और अल्मोड़ा के दूरदराज इलाकों में बारिश से परेशानी बढ़ी है।
पुलिस के अनुसार, पौड़ी जनपद के पाटीसैंण बाजार के पास सड़क पर पाले के कारण एक कार फिसलकर खड्ड में गिर गई, जिसमें सवार पांच लोग घायल हो गए। नई टिहरी में अलग-अलग इलाकों में 32 लोग घायल हो चुके हैं। उत्तरकाशी में दो छात्रों के घायल होने की सूचना है। प्रभावित इलाकों में प्रशासन रास्तों पर चूना व मिट्टी डलवाकर सुरक्षित आवाजाही कराने के प्रयास में जुटा है।