टिहरी. जहां एक तरफ देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग को चुस्त दुरुस्त किया जा रहा है, वहीं उत्तराखंड के जनपद टिहरी से इसके विपरीत खबर है. टिहरी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत काम कर रहे 290 सविंदा कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, उत्तराखंड के प्रदेशाध्यक्ष श्री सुनील भंडारी जी ने बताया कि यह सभी संविदा कर्मचारी पिछले 11 सालों से विभिन्न पदों पर काम कर रहे थे. जिनका अनुबंध हर साल 31 मार्च को आगे बढ़ाकर इनकी सेवाएं निरंतर 11 साल से जारी थी. यह सभी कर्मी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रबंधन स्टाफ, स्टाफ नर्स, चिकित्सक परामर्शदाता आदि पदों पर कार्यरत थे. यह कर्मचारी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अपनी सेवाएं दे रहे थे और सभी दिन रात कोरोना के संक्रमण फैलने, बचाव आदि के कार्यों में ड्यूटी दे रहे थे.
श्री सुनील भंडारी जी ने बताया कि 31 मार्च को कोरोना वायरस के कारण लाकडाउन और अन्य कारणों से इन सभी के अनुबंधों को आगे बढ़ाने की बात को टाला गया, तब जिलाधिकारी महोदय के संज्ञान में यह बात लाने पर 1 महीने 30 अप्रैल तक इन संविदा कर्मियों को कार्य करने का अवसर मिला. लेकिन अब एक महीने बाद भी मुख्य चिकत्साधिकारी विभाग ने संविदा कर्मियों के अनुबंध आगे बढ़ाने पर कार्रवाई नहीं की, जिसका दुष्परिणाम 290 सविंदा कर्मचारियों व उनके परिवारों पर रोजी रोटी के संकट के रूप में आ गया है. लगातार 11 साल सेवा करने के बाद अब सभी कर्मचारियों की संविदा अवधि समाप्त होने के कारण सभी बेरोजगार हो गए हैं.
बड़ी संख्या में गांव लौट रहे हैं लोग, स्वास्थ्य सुविधाओं की चुनौती भी की नजरअंदाज
श्री भंडारी जी ने बताया कि लाकडाउन में भी अत्यावश्यक विभागों के काम आनलाइन या आफ लाइन करने की छूट थी, फिर भी कोरोना की लड़ाई में लगे 290 सविंदा कर्मचारियों के मामले को लटकाए रखना संदेह के घेरे में है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप, जनपद में बड़ी संख्या में प्रवासियों के घर लौटने पर स्वास्थ्य सुविधाओं की चुनौती के ऐन समय पर टिहरी के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को बड़ी संख्या में घर बैठाने के निर्णय को लेकर अचरज महसूस किया जा रहा है.
शीघ्र संविदा कर्मचारियों के अनुबंध बढ़ाए विभाग
संविदा कर्मचारियों को हटाने के निर्णय से इन कर्मचारियों में भारी आक्रोश है. प्रदेशाध्यक्ष श्री सुनील भंडारी जी ने कहा कि सरकार शीघ्र इन सभी संविदा कर्मचारियों के अनुबंध को बढ़ाने की कार्रवाई करे ताकि यह कोरोना योद्धा फिर से नियमित रूप से रेवाएं जारी रख सकें. श्री भंडारी ने कहा कि नियमत: अनुबंध जारी रहने के कारण इन कर्मचारियों को बीमा लाभ व अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी.
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य को लेकर सरकारें देश भर में व्यवस्थाएं ठीक करने में जुटी हैं और ऐसे समय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को बड़ी संख्या में हटाने के निर्णय को लेकर लोगों में चिंता महसूस की जा रही है. बता दें कि यह कर्मचारी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अपनी सेवाएं दे रहे थे. प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सभी ने करोना के बीच किसी भी कर्मचारी को नौकरी से न निकालने की बात कही थी, जिन सब बातों को इन कर्मचारियों के मामले में नजरंदाज किया गया है.