दिल्ली. उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के निधन से कांग्रेस व राज्यभर में शोक की लहर दौड़ गई है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता, नेता प्रति पक्ष डॉ. इंदिरा हृदेश का दिल्ली में निधन की सूचना से समूचे प्रदेश में शोक लहर है। डॉ. इंदिरा हृदेश विद्वान, कुशल वक्ता, जन सरोकारों के लिए संघर्षशील आयरन लेडी के रूप में जानी जाती थी।
अपने संसदीय ज्ञान से वह सबको मार्गदर्शन देती थी। एक बहुआयामी व्यक्तित्व के रूप में पहचान रखने वाली डॉ. इंदिरा हृदेश का जाना राजनीतिक क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति है. क्षेत्र के सामाजिक संगठनों, सभी दलों के प्रतिनिधियों, नेतागणों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी है।
2022 के चुनाव से पूर्व उत्तराखंड कांग्रेस की कद्दावर नेत्री नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के असमय निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की है. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी की एक मज़बूत कड़ी डॉ. इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। वे अंत तक जन सेवा एवं कांग्रेस परिवार के लिए कार्यरत रहीं। उनके सामाजिक व राजनीतिक योगदान प्रेरणास्रोत हैं।
उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी की एक मज़बूत कड़ी, डॉ इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। वे अंत तक जन सेवा एवं कांग्रेस परिवार के लिए कार्यरत रहीं। उनके सामाजिक व राजनीतिक योगदान प्रेरणास्रोत हैं।
उनके प्रियजनों को शोक संवेदनाएँ। pic.twitter.com/b8KmeSCoqw
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 13, 2021
डॉ. इंदिरा हृदयेश का जाना उत्तराखंड की अपूरणीय क्षति : किशोर उपाध्याय
उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय जी ने डॉ. इंदिरा हृदयेश के निधन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे लिये इन्दिरा जी का जाना एक सरंक्षिका का जाना है। कांग्रेस ही नहीं उत्तराखंड की अपूरणीय क्षति है।
मेरे लिये इन्दिरा जी का जाना एक सरंक्षिका का जाना है।कांग्रेस ही नहीं
उत्तराखंड की अपूरणीय क्षति है।#RIPIndiraHridayesh pic.twitter.com/EIKZUoRKIH— Kishore Upadhyay (@KupadhyayINC) June 13, 2021