घनसाली। पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने विकास चिंतन रैली के जरिये घनसाली में आज अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में टिकट की दावेदारी के लिये एड़ी-चोटी का बल लगा रहे दावेदारों की मशक्कत के बीच भीमलाल आर्य ने यहां आयोजित विकास चिंतन रैली के जरिये घनसाली की लड़ाई को विकास के मुद्दे पर मोड़ने की शुरुआत कर दी है और उनके आह्वान पर बड़ी संख्या में जुटे लोगों की उपस्थिति से साफ है कि भीमलाल आर्य अपनी इस रणनीति से सफल रहे हैं।
भीमलाल आर्य ने अपनी विकास चिंतन रैली के जरिये एक तीर से कई निशाने साधे हैं, एक तरफ जहां कांग्रेस को अपनी ताकत का संदेश व भावी संकेत दे दिया है, वहीं अन्य दलों से टिकिट की दावेदारी कर रहे दावेदारों से भी विकास की राजनीति पर दो दो हाथ करने चुनावी मैदान में तैयार रहने का शंखनाद कर दिया है।
बतादें कि कांग्रेस और भाजपा में जो भी दावेदार अभी दावेदारी कर रहे हैं, पार्टी के सिंबल पर बेड़ापार होने की उम्मीद में बैठे हैं। जबकि विकास के मुद्दे पर घनसाली की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है और घनसाली विधानसभा के विकास में पिछड़ने का आक्रोश लोगों में अंडर करंट की तरह उफान भर रहा है।
राजनीति के माहिर खिलाड़ी भीमलाल आर्य जनता की इसी नब्ज को पकड़ने की फिराक में हैं और घनसाली के चुनावी रण को पार्टियों के सिंबल से आगे विकास के मुद्दे पर ले जाने का संकेत दे रहे हैं।
बतादें कि पिछले कार्यकाल में पार्टी स्तर पर भीमलाल आर्य की विश्वसनीयता भले सवालों के घेरे में रही हो, लेकिन विकास कार्यों को धरातल पर उतारने की कार्यशैली के चलते जनता में भीमलाल आर्य की विश्वसनीयता आज भी अंदरखाने बरकरार है।
आज की चिंतन बैठक में जिस बड़ी संख्या में भीमलाल आर्य के व्यक्तिगत समर्थक घनसाली में विकास पर चिंतन करने जुटे हैं, साफ जाहिर है कि भीमलाल पार्टी टिकिट से आगे की रणनीति के रास्ते पर निकल चुके हैं।