देहरादून. मंगलवार को बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में चर्चा न कराए जाने पर खानपुर के विधायक श्री उमेश कुमार (MLA Umesh Kumar) ने मीडिया के सामने अपना विरोध ज़ाहिर किया. पत्रकार से विधायक बने उमेश कुमार ने अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया मीडिया के सामने देते हुए सरकार की जमकर बखिया उधेड़ी.
विधायक श्री उमेश कुमार ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा न कराकर सीधे लेखानुदान प्रस्तुत करना लोकतंत्र की हत्या है. विधायक उमेश कुमार ने कहा कि जब सरकार को चर्चा ही नहीं करानी थी तो फिर तो बंद कमरे में ही लेखा अनुदान भी पारित कर देते.
उन्होंने कहा कि अभिभाषण के अंतिम आधा पेज पर यह बताया गया कि हम क्या करेंगे, उसमें भी गरीब को अंतिम पायदान पर रखा गया है. जबकि पूरे अभिभाषण का आधा हिस्सा राज्य के गरीब, बेरोजगार युवाओं को रोजगार कैसे देंगे, इंन्फ्रास्क्चर कैसे बढ़ाएंगे, लचर स्वास्थ्य सेवा कैसे ठीक करेंगे इस बात पर कोई फोकस किया जाना चाहिए था.
खानपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय जीत कर पहली बार विधायक बने वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी श्री उमेश कुमार ने कहा कि सरकार कहती है कि हमने उत्तरा फिस को ब्रांडेड उत्पाद बनाया है, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य के पास एक भी रेफ्रिजिरेटर बैन नहीं है. जब एक भी रेफ्रिजिरेटर नहीं है तो सरकार बाहरी राज्यों में उत्पाद कैसे भेजेगी? . विधायक उमेश कुमार ने पत्रकार कल्याण कोष को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा, उन्होंने कहा सरकार कह रही हमने पत्रकार कल्याण कोष बनाया, लेकिन सरकार यह बताए कि आपने इस कल्याण कोष से राज्य के किस पत्रकार को लाभान्वित किया, सरकार कहती है कि हम संस्थानों को विज्ञापन देते हैं, विधायक ने कहा विज्ञापन आप संस्थान को देते हैं पत्रकार को नहीं. राज्य के पत्रकारों के लिए सरकार की आवास नीति क्या है इस बात पर भी कोई उल्लेख नहीं होने को लेकर उमेश कुमार ने सरकार को मीडिया के सामने कटघरे में खड़े किया.