बूढ़ाकेदार. आज रक्षाबन्धन के अवसर पर पर्यावरण प्रेमी सुरेश भाई के आह्वान पर ग्राम सभा थाती बूढ़ाकेदार में रक्षा सूत्र आन्दोलन का आगाज किया गया. थाती बूढ़ाकेदार में सागर सुनार के नेतृत्व में महिला मंगल दल के सहयोग से जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया गया.
बूढ़ाकेदार क्षेत्र में आज रक्षाबंधन के पर्व पर महिलाओं, नौजवानों ने पेड़ों पर राखी बांधकर पर्यावरण को बचाने के लिए समाज को जागरूक किया. संकल्प व्यक्त किया गया कि पर्यावरण को बचाने वाले पेड़ पौधों की रक्षा करेंगे तो जलवायु परिवर्तन रोक सकते हैं. इस दौरान पर्यावरण प्रेमियों ने पेड़ों से मिलने वाले महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि पेड़ों से ऑक्सीजन, कृषि भूमि को नमी के साथ प्रत्येक प्राणी को पानी तब ही संभव है, जब हम पेड़ों को बचाने की पहल करेंगे.
पेड़ पौधों को रक्षा सूत्र बांध कर संदेश दिया गया कि बढ़ते वैश्विक तापमान के दौरान पर्यावरण बचाना बहुत जरूरी है. इस आयोजन में महिला मंगल दल अध्यक्ष- अनीता राणा, युवा कपिलेश, राधिका शाह, मनीषा देवी, धुर्ता देवी, कमला देवी, सौणी देवी, गुड्डी देवी, कमला देवी आदि मौजूद रहे.
बता दें कि अनेक सामाजिक सुधार की पहल में अग्रणी रहा बूढ़ाकेदार क्षेत्र सामाजिक आंदोलनों की भूमि रही है. यहां चिपको आन्दोलन के बाद 1994 में रक्षा सूत्र आन्दोलन टिहरी के भिलंगना क्षेत्र के खवाड़ा गांव से ही शुरू हुआ था.
वनों की व्यावसायिक कटाई के खिलाफ हुआ यह आंदोलन तब धीरे-धीरे आसपास के जिलों पहुंचा था. चिपको आंदोलन की तरह ही अब रक्षा सूत्र आंदोलन में भी महिलाओं द्वारा वृक्षों की रक्षा हेतु कदम बढ़ाये गये हैं.