देहरादून. पार्टी के प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद पार्टी को धोखा देने का मन बहुत पहले से बना चुके थे. जब उन्होंने कुछ साथियों के साथ पहला पत्र लिखा था, उस समय ही उनकी मंशा बिल्कुल साफ थी. फिर भी हम लोगों को उम्मीद थी कि सब ठीक हो जाएगा.
इतने सालों का पार्टी से रिश्ता है, वो उसका मूल्य समझेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नेता गुलाम नबी आजाद ने अनंतोगत्वा भाजपा की बी टीम बनने के लिए कई-कई बहानों के साथ पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान किया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद लंबे समय तक पार्टी के कर्ताधर्ता रहे हैं. उस समय भी ऐसे ही कुछ मिले-जुले सवाल उठते थे. पार्टी में ऊंच-नीच होता था. मगर जिस प्रकार श्री गुलाम नबी आजाद ने ऐसे समय में पार्टी को धोखा दिया है, वह पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं का अपमान है.
पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं ने पिछले दो-तीन महीनों के अंदर पूरी शक्ति लगाकर पार्टी को संघर्ष के लिए तैयार कर दिया है, महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की हुंकार रैली और भारत जोड़ो यात्रा ऐतिहासिक होगी. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) के त्यागपत्र का कार्यकर्ताओं व कांग्रेस के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
गुलाम नबी आजाद को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह कांग्रेस पार्टी व गांधी-नेहरू परिवार ही था जिसने उन्हें देश के नेतृत्व की शीर्ष पंक्ति तक पहुंचाया. गुलाम नबी आजाद को अनंतोगत्वा अपने निर्णय पर पछताना पड़ेगा, वो भाजपा की बी टीम बनकर रह जाएंगे.