देहरादून. राजनीति के मैदान मे सतत सक्रियता के साथ उत्तराखंडियत के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने अब ऐपण के प्रचार प्रसार पर भी जोर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री को शमशाद पिथौरागढ़ी का आइडिया पसंद आया है और अपने सोशल मीडिया फलक पर ऐपण के प्रचार प्रसार को ज्यादा से ज्यादा करने और उत्तराखंडी युवाओं के लिए रोजगार की संभावना वाला बताया है.
बता दें कि अनेक पुरस्कारों से सम्मानित और पिछले तीन दशकों से कुमाऊंनी संस्कृति के संरक्षण के लिए कार्य कर रहे शमशाद पिथौरागढ़ी (Shamshad Pithoragarhi) ने पूर्व मुख्यमंत्री को करवाचौथ (karva chauth) के लिए तैयार किए गए ऐपण से सुसज्जित जल चढ़ाने का सुंदर ॐ श्री गणेशाय नमः लिखा लोटा, दीया, छन्नी और छाता भेंट किया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंडियत के प्रचार-प्रसार में कभी-कभी कुछ ऐसे आइडियाज आ जाते हैं, जिन आइडियाज को आप तक पहुंचाने का लोभ रोक नहीं पाता हूं. उन्होंने शमशाद पिथौरागढ़ी द्वारा विशेष तौर पर करवाचौथ (karva chauth) के लिए ऐपण से सुसज्जित पूजा के वर्तनों की तारीफ की है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि करवाचौथ के लिए शमशाद का यह बढ़िया आईडिया है. उन्होंने कहा, धूलीअर्ग के वक्त में जो विवाह में छाता बहुत महत्वपूर्ण होता है और छाताओं का आदान-प्रदान भी होता है. पंडित जी के पास भी छाता रहता है और यह माना जाता है कि चाहे धूप-छांव कुछ न हो, मगर छाता एक प्रतीक माना जाता है. पंडित जी की भव्यता को बढ़ाने के लिए तो उसमें शमशाद ने ऐपण के साथ यह छाता बनाया है और यदि हम इसको अपना लें तो जो मार्केट के लोग हैं, इसको छाताओं में उतारना शुरू करेंगे और कोई नौजवान यदि उत्तराखंडी छाता बनाना शुरू कर दें, तो यह आइडिया कई लोगों को रोजी-रोटी दे सकता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, जब हमने ऐपण की शुरुआत की थी तो कई लोग जानते भी नहीं थे. लेकिन आज देश और दुनिया में ऐपण के आर्डर्स आ रहे हैं और नैनीताल व अल्मोड़ा में ऐपण के व्यवसाय से जुड़े हुए बहुत लोग हैं.