नैनीताल. हाल ही में 20-21 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन संस्थान दिल्ली और डॉ० आर. एस टोलिया प्रशासन अकादमी नैनीताल, उत्तराखण्ड के संयुक्त तत्वावधान में पर्वतीय राज्यों में आपदा के जोखिम को कम करने और आपदा प्रबंधन को लेकर ‘Reducing Risk & Building Resilience Capacity Building in the Mountain States’ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला नैनीताल में संपन्न हुई.
इस कार्यशाला में देश के 14 राज्यों के 200 अधिकारियों एवं उत्तराखंड के जिला पंचायत अध्यक्षगणों ने प्रतिभाग किया. टिहरी जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती सोना सजवाण भी दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुईं. कार्यशाला में प्रतिभाग कर टिहरी पहुंची जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती सोना सजवाण ने कहा कि पर्वतीय राज्यों में आपदा के जोखिम को कम करने और आपदाओं से बचने के उपाय पर विस्तार से दो दिन चर्चासत्र चले, जिसमें उत्तराखंड सहित देश के पर्वतीय राज्यों में आपदा प्रबंधन के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई.
जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी ने कहा कि इस दौरान पर्वतीय राज्यों की संवेदनशीलता को देखते हुए आपदा प्रबन्धन के विभिन्न आयामों यथा-प्रदेश को आपदा रोधी, अवस्थापनाओं का सुदृढ़ीकरण, भूकम्प अवरोधी भवन निर्माण करना, आपदाओं के जोखिम को कम करने हेतु नीतियां एवं योजनाएं विकसित करना, इसी के साथ-साथ खोज एवं बचाव दलों को अत्यधिक कौशलपूर्ण बनाने जैसे कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मंथन किया गया.
इस दौरान श्रीमती सोना सजवाण व जिला पंचायत सदस्य श्री रघुवीर सिंह सजवाण ने उत्ताराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महामहिम राज्यपाल महाराष्ट्र, श्री भगत सिंह कोश्यारी जी के नैनीताल राजभवन प्रवास के दौरान शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर उत्तराखंड के जनपदों से यहां पहुंचे कई अन्य जिला पंचायत अध्यक्ष गण भी साथ थे.
उल्लेखनीय है कि आपदा प्रबन्धन हेतु क्षमता विकास के लिए वर्ष 1995 में कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा डॉ. आर.एस टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल में आपदा प्रबन्धन प्रकोष्ठ स्थापित किया गया. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान द्वारा आपदाओं के न्यूनीकरण एवं क्षमता विकास हेतु साऊथ कैम्पस गुन्टूर आन्ध्र प्रदेश में स्थापित किया गया है और अब पर्वतीय राज्यों हेतु एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अकादमी, नैनीताल में स्थापित करने एवं आपदा प्रबन्धन में क्षमता विकास किए जाने में पूर्ण सहयोग एवं सहायता देने हेतु अपनी सहमति दी गई है.
इसके साथ ही अकादमी में कार्याशाला के दिन लगभग 247 लाख रू0 की लागत से किए गए ऑडिटोरियम के उच्चीकरण कार्य का भी लोकार्पण भी किया गया. जिससे भविष्य में अकादमी में प्रशिक्षण हेतु आने वाले प्रशिक्षु लाभान्वित होंगे. कार्यशाला में नैनीताल की विधायक श्रीमती सरिता आर्या, पर्यावरणविद् श्री चण्डी प्रसाद भट्ट, वरिष्ठ इतिहासकार श्री शेखर पाठक, श्री भगवती प्रसाद पाण्डे, कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एन के जोशी, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन संस्थान के अधिशासी निदेशक श्री ताज हसन, प्रो श्री सन्तोष कुमार, कुमाऊँ मण्डल के आयुक्त श्री दीपक रावत तथा हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, असम, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैण्ड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे.