टिहरी. सूखते प्राकृतिक जल स्रोतों के अध्ययन के लिए केन्द्रीय भूजल विभाग ने उत्तराखंड के टिहरी जनपद को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना है. केन्द्रीय भूजल विभाग ने सूखते जल स्रोतों के अध्ययन के लिए सर्वे आफ इंडिया को टिहरी जनपद के सूखते जल स्रोतों की थ्री डी मैपिंग कर अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय भूजल विभाग को देने को कहा है.
यह जानकारी भोपाल कार्यशाला में सर्वे आफ इंडिया के निदेशक ज्यो. एवं अनु. शाखा श्री नीरज गुर्जर (sh. Neeraj gurjar, director, G&RB, survey of india) ने जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी, श्रीमती सेना सजवाण को दी है. कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, भोपाल मध्यप्रदेश में आयोजित स्वामित्व योजना और ग्रामीण नियोजन की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान सर्वे आफ इंडिया के निदेशक श्री नीरज गुर्जर ने जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी को बताया कि केन्द्रीय भूजल विभाग के पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुने गए जनपद टिहरी गढ़वाल में बहुत जल्द सर्वे आफ इंडिया की टीम जिले की थ्री डी मैपिंग बना कर भूजल विभाग को उपलब्ध कराएगी. उन्होंने कहा सूखते प्राकृतिक जल स्रोतों को अध्ययन कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा.