मुंबई. वैश्विक महामारी कोराना के कारण पिछले दो सालों में आए ठहराव के बाद एक बार फिर मायानगरी मुंबई में नए साल 2023 के 13 जनवरी से उत्तराखंडियों के बड़े सांस्कृतिक आयोजनों की शुरुआत होने जा रही है. जहां उत्तराखंड के कई दिग्गज संस्कृति कर्मी अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से मुंबई में उत्तराखंडी लोक संस्कृति की शानदार सुर संध्या सजाएंगे.
मुंबई में प्रवासी उत्तराखंडियों की सबसे लोकप्रिय सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्था गढ़वाल भातृ मंडल (Garhwal Bhatri Mandal) द्वारा अपने चौथे मुंबई उत्तराखंड महोत्सव 2023 (Mumbai Uttarakhand Festival 2023) का आयोजन 13 जनवरी से 15 जनवरी 2023 तक करने जा रहा है. गढ़वाल भातृ मंडल के अध्यक्ष श्री रमणमोहन कुकरेती जी ने बताया कि पिछले तीन सफल आयोजन के बाद इस बार का चौथा तीन दिवसीय आयोजन और भी भव्य होगा, जिसके लिए संस्था के सभी पदाधिकारी और प्रवासी सामाजिक प्रतिनिधि कई महीने से तैयारी में जुटे हैं.
श्री रमणमोहन कुकरेती ने बताया कि 13 से 15 जनवरी 2023 को यह त्रिदिवसीय ‘मुबंई उत्तराखंड महोत्सव 2023’ मुंबई के पश्चिमी उपनगर बोरीवली में ‘प्रमोद महाजन स्पोर्ट्स कांप्लेक्स ‘, नियर वसंत कांप्लेक्स, चिकू वाड़ी, बोरीवली (वेस्ट ) में होगा.
महोत्सव के मंच पर लगेगा दिग्गजों का जमावड़ा
उन्होंने बताया कि संस्था की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम श्री भगत सिंह कोश्यारी जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे जी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी को मुंबई उत्तराखंड महोत्सव 2023 में शामिल होने का निमंत्रण दिया है.
बताया गया कि मुख्यमंत्री जी ने भी संस्था की उपलब्धियों की सराहना की है और ‘मुंबई उत्तराखंड महोत्सव 2023 ‘ का निमंत्रण स्वीकार करते हुए इस महोत्सव में आने के लिए स्वीकृति दी है. ‘मुंबई उत्तराखंड महोत्सव 2023 ‘ में स्थानीय सांसद श्री गोपाल शेट्टी, स्थानीय विधायक श्री सुनील राणे, श्री योगेश सागर, श्रीमती मनीषा ताई चौधरी और श्री प्रवीण दरेकर के अलावा बड़ी संख्या में उत्तराखंड व स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी इस महोत्सव की शोभा बढ़ाएंगे.
मां नंदा देवी की भव्य कलश यात्रा से होगा शुभारंभ
मुंबई उत्तराखंड महोत्सव के पहले दिन मां नंदा देवी की भव्य कलश यात्रा निकाली जायेगी जो ओंकारेश्वर मंदिर कांदिवली पश्चिम से महोत्सव स्थल पर जाकर प्रतिष्ठित होगी. इस आयोजन मे मुंबई की 10 के आसपास उत्तराखंडी महिला भजन मंडलियां भाग लेंगी. पहले दिन उत्तराखंडी सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है, जिसमें मुंबई के कई उत्तराखंडी नृत्य समूह अपनी प्रस्तुतियां देंगे. स्थानीय गायक भी पहले दिन उपस्थित जनसमूह के बीच अपनी प्रस्तुति देंगे.
डा. प्रीतम भरतवाण के गीतों से सजेगी सांस्कृतिक संध्या, रमेश बाबू गोस्वामी कराएंगे कुमाऊं की सैर
श्री कुकरेती जी ने बताया कि मुंबई उत्तराखंड महोत्सव 2023 का दूसरा दिन यानी कि 14 जनवरी, ढोल सागर और जागर जैसी कई उत्तराखंडी परंपरागत गायन और वादन शैलियों को संरक्षित और प्रचारित करने वाले जागर सम्राट पद्मश्री डा. प्रीतम भरतवाण के नाम होगा.
प्रीतम भरतवाण जी अपनी टीम के साथ 14 जनवरी को ‘सुरमा’ जैसे हिट गीतों और अपने ‘जागरों’ की अनेकानेक प्रस्तुतियों को लेकर मुंबई के श्रोता दर्शकों के बीच अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे. वहीं इसी दिन सुप्रसिद्ध गायक स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामी जी के सुपुत्र रमेश बाबू गोस्वामी 14 और 15 जनवरी को अपनी गायकी से कुमाऊं अंचल की सैर करायेंगे.
तीनों दिन पहाड़ी उत्पादों के सजेंगे स्टाल
महोत्सव के तीसरे दिन 15 जनवरी को ‘अब लगलु मंडाण’ फेम युवा गायिका करिश्मा शाह और युवा गायक और संगीतकार रूहान भारद्वाज अपने बैंड के साथ परफॉर्म करेंगे. महोत्सव के तीनों दिन मां धारी देवी फोक आर्ट ग्रुप के कलाकार ढोल दमांऊ, मसकबीन और रणसिंघा पर मंडाण लगाने को तैयार हैं. इसके अलावा महोत्सव स्थल पर अनेक फूड काउंटर भी होंगे जो उत्तराखंडी पकवानों की रस्याण की खुशबू बिखेरेंगे. महोत्सव में उत्तराखंडी हस्त शिल्प, अनाज, दालें आदि विभिन्न वस्तुओं के स्टाल मौजूद रहेंगे. आयोजकों ने बोरीवली में आयोजित हो रहे इस उत्तराखंड महोत्सव में भारी संख्या में आने की अपील प्रवासियों से की है.