देहरादून। केदारनाथ (Kedarnath) की विधायक शैलारानी रावत (MLA Shailarani Rawat) के निधन के समाचार से उत्तराखंड शोक की लहर है। शैलारानी का मंगलवार रात देहरादून के मैक्स अस्पताल में निधन हो गया। वह 68 साल की थीं। विधायक शैलारानी (Shailarani Rawat) कुछ माह पूर्व एक चोटिल हो गई थीं। इसके इलाज के लिए उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह दो दिन से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थीं।
केदारनाथ विधानसभा से लोकप्रिय विधायक श्रीमती शैला रानी रावत जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ। उनका जाना पार्टी और क्षेत्रवासियों के लिये अपूरणीय क्षति है। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जाएगा।
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— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 10, 2024
इससे पहले शैलारानी (Shailarani Rawat) वर्ष 2017 में विस चुनाव प्रचार के दौरान भी चोटिल हो गई थी। इसके बाद वह करीब तीन वर्ष तक बीमार रही थी। हालांकि वह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौटी और फिर से राजनीति में सक्रिय हो गईं थी। कांग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वालीं शैलारानी रावत 2012 में पहली बार केदारनाथ से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। हरीश रावत की सरकार के दौरान कांग्रेस में हुई बगावत के समय शैलारानी भी पार्टी के अन्य कई विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गईं थी। वह भाजपा के टिकट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में उतरी थी, लेकिन वह हार गई थीं। 2022 में पार्टी ने उन्हें फिर प्रत्याशी बनाया और वह विधायक बनी।
गडोलिया के निकट था शैलारानी रावत का मायका
शैलारानी रावत का मायका टिहरी गढ़वाल के गडोलिया के निकट था। उनके मायके वाले राणा परिवार से हैं। शैलारानी रावत के भाई अजय राणा प्रेस क्लब के अध्यक्ष हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, वह पिछले चार दिनों से मिलने वालों से बात नहीं कर पा रही थीं। शैलारानी रावत का अंतिम संस्कार गुरुवार को (11 जुलाई) 11:00 बजे त्रिवेणी घाट विद्यापीठ गुप्तकाशी कालीमठ रोड में किया जाएगा। भाजपा के संगठन विस्तारक अजय कंसवाल जी ने शैलारानी रावत के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।