घनसाली। पहाड़ों में 1 लाख 30 हजार रुपए में घर नहीं बनता है और 10 हजार में एक एकड़ कृषि भूमि की क्षतिपूर्ति भी पर्याप्त नहीं है। इसलिए सरकार को तत्काल आपदा के मानकों में परिवर्तन करना होगा। सरकार मृतकों के परिवार को शीघ्र विषेश सहायता प्रदान करे, उनके घरों, पशुओं, कृषि भूमि, जो क्षतिग्रस्त हुआ है, उनको आपदा में संशोधित राशि प्रदान करे। यह बात नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य ने आज बूढाकेदार क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरान करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अति संवेदन शील है और सरकार को इस क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक योजना तैयार करनी होगी।
विनियखाल में शिविर में रह रहे लोगों की आपबीती सुनी
रविवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक विक्रम सिंह नेगी, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राकेश राणा, पूर्व प्रमुख विजय गुनसोला और शांति प्रसाद भट्ट ने बूढाकेदार क्षेत्र के आपदाग्रस्त गांव भिगुन के तिनगढ, तोली और बूढाकेदार का सघन दौरा किया। नेता प्रतिपक्ष ने सबसे पहले राहत शिविर इंटर कॉलेज विनियखाल में सभी रह रहे लोगों से मुलाकात कर उनका दुख दर्द समझा। राहत शिविर में आपदा से पीड़ित श्रीमति नागी देवी, श्रीमती कीड़ी देवी, पुन्हा देवी, शिवा जो कि निराश्रित परिवार हैं, इन्होंने नेता विपक्ष को घटना की आपबीती सुनाई। इसके बाद नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने तिनगढ़ के क्षतिग्रस्त घरों और पूरे इलाके का दौरा किया। ग्राम तोली में जहां श्री विरेन्द्र शाह की पत्नी श्रीमती सरिता देवी और बेटी अंकिता की मलवे में दब कर दु:खद मृत्यु हुई थी, वहां भी गए और उनके शोक संवेदना व्यक्त की।
तोली ग्राम पर भी मंडरा रहा खतरा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि तोली ग्राम पर भी खतरा मंडरा रहा है, तिनगढ़ के ऊपर की बासर नहर भी इसका कारण हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को समय रहते ध्यान देना चाहिए था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तिनगढ़, तोली के पूर्ण विस्थापन करना होगा। प्रतिपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह आपदा प्रबंधन के मामले में गम्भीर नहीं है। उन्होंने कहा कि तत्कालिक रूप से आपदाग्रस्त घरों से प्रभावितों के जरूरी सामानों को शिफ्ट करने में प्रशासन को मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त घरों के लिए सरकार द्वारा दी जा रही प्रतिपूर्ति की राशि को बढ़ाने की मांग ही है।
लोक जीवन विकास भारती संस्थान के नुकसान का भी लिया जायजा
नेता विपक्ष ने कहा कि बूढ़ाकेदार के धर्मगंगा और बालगंगा के संगम स्थल पर दोनों नदियों के उफान के कारण बूढ़ाकेदार बाजार, ग्राम थाती, ग्राम रक्सिया, ग्राम गौफल, भारी खतरे की जद में है, दोनों नदियों मे भारी सिल्ट जमा है, जिससे यह खतरा और बढ़ गया है। उन्होंने यह भी बताया कि लोक जीवन विकास भारती संस्थान का सूक्ष्म जल विद्युत ऊर्जा (पनबिजली) का पूरा पावर हाउस खत्म हो गया है और इस संस्थान का तटबंध भी डूब गया है। इनका कृषि एवं बागवानी में भी भारी नुकसान हुआ है। नेता विपक्ष संस्थान का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान पूर्व प्रमुख भिलंगना धनी लाल शाह, डॉ. राकेश लाल, ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद जोशी, ब्लॉक बाल गंगा अध्यक्ष जसवीर सिंह नेगी, गबर सिंह नेगी, दिनेश लाल, मुरारी लाल खंडवाल, खुशी लाल, राकेश थलवाल, श्याम लाल शाह, बाल कृष्ण नौटियाल, हिम्मत रौतेला, कैलाशी देवी, हुकम सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत, बच्चन सिंह रावत, सतीश जोशी, बावन सिंह बिष्ट, संतोष रतूड़ी, बसंत लाल, हुकम सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत आदि लोग शामिल थे।