श्रीनगर। उत्तराखंड सरकार जहां कड़ी मेहनत से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं पास कर नौकरी पाने वाले युवाओं को नौकरी के नियुक्ति पत्र बांट कर अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं प्रदेश में सैकड़ों गुरिल्ला जवान नौकरी की आस में बूढे हो गए हैं। इन्हें राज्य बनने के 24 साल में सिर्फ सरकार से आश्वासन ही मिले हैं। हालत यह है कि प्रदेश के गुरिल्लाओं का सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है और अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर लामबंद हुए हैं। उम्र के पहाड़ की चोटी चढ़ रहे गुरिल्ला संगठन ने अब अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है और वे 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास पर कूच कर गुर्राएंगे।
इसी आंदोलन की रणनीति बनाने को लेकर श्रीनगर गढ़वाल में बुधवार (23 अक्टूबर 2024) को गुरिल्ला संगठन की एक आम बैठक श्रीनगर में काली कमली धर्मशाला में हुई। इसमें हमारे प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट, सह मीडिया प्रभारी महावीर सिंह रावत उत्तरकाशी, प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला, प्रदेश महासचिव महावीर सिंह रावत और समस्त पदाधिकारी मौजूद थे।
48 घंटे के अंदर मांग पूरी करने का आश्वासन भी निकला झूठा
बैठक में संगठन के लोगों ने कहा कि हमने 2 सितंबर 2024 को सीएम आवास कूच था। सरकार ने गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारियों की एक विशेष वार्ता सचिवालय में गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल से कराई थी, जिसमें गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल ने गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया था कि गुरिल्लाओं की फाइलों पर काम हो रहा है और 48 घंटे के अंदर इस पर निर्णय लिया जाएगा। लेकिन अब डेढ़ माह बीतने के बावजूद बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।
साल 2006 से लगातार आंदोलन कर रहे हैं
संगठन के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए बताया कि राज्य निर्माण के बाद से ही लगातार मांग के बाद भी इतने सालों से सरकार सोई हुई है और अब समय आज गया है कि हमारी आवाज सुनी जाए। यदि मांगे पूरी नहीं होती है तो हम निर्णायक आंदोलन करेंगे। इसके लिए संगठन ने सभी उत्तराखंड के एसएसबी गुरिल्लाओ को तैयार रहने को कहा है। बता दें कि उत्तराखंड के गुरिल्ला सन् 2006 से लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन इन आंदोलनों के बदले हर बार झूठे आश्वासन ही मिले हैं।
जैन धर्मशाला देहरादून में 7 नवंबर को आपातकालीन मीटिंग
गुरिल्लाओं की प्रमुख मांग है कि 55 साल तक के गुरिल्लाओं को सरकारी सेवा में ले। जिनकी आयु सीमा अधिक हो गई है उन गुरिल्लाओं को समानजनक पेंशन दी जाए और गुरिल्लाओं के आश्रितों को आर्थिक मदद दी जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने कहा है कि 6 नवंबर को सभी उत्तराखंड के एसएसबी गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारी देहरादून पहुंचे और 7 नवंबर को एक आपातकालीन मीटिंग जैन धर्मशाला में होगी। अगर सरकार 15 दिसंबर तक गुरिल्लाओं की मांगों पर विचार नहीं करती है तो 17 दिसंबर को समस्त उत्तराखंड के एसएसबी गुरिल्ला देहरादून कूच करेंगे और 18 दिसंबर को अनिश्चितकाल के लिए सीएम आवास कूच करेंगे। गुरिल्ला संगठन के बैठक में कीर्ति नगर ब्लॉक अध्यक्ष हिम्मत सिंह मेहर, सुरेंद्र सिंह रावत, बृजमोहन गुसाई, विक्रम पवार, अरविंद रावत, मकान सिंह नेगी, विमला देवी, कमला देवी, बसंती देवी, सुनीता देवी, गीत देवी, पार्वती देवी आदि मौजूद थे।