ऋषिकेश. ऋषिकेश में लक्ष्मणझूला पुल के विकल्प के रूप में बनने वाले कांच के फर्श वाले सस्पेंशन पुल के डिजाइन को उत्तराखंड सरकार ने मंजूरी दे दी है. ऋषिकेश में लक्ष्मणझूला पुल को पिछले साल जर्जर होने के कारण आवागमन के लिए बंद किया गया था. गंगा नदी पर लक्ष्मणझूला पुल के विकल्प के लिए सरकार ने कई लोक निर्माण विभाग से डिजाइन तैयार करवाया.
लोक निर्माण विभाग ने जो पुल का डिजाइन बनाया है, उसमें पुल का फर्श पारदर्शी कांच का होगा. आप जब पुल पर चलेंगे, ऐसा प्रतीत होगा कि गंगा की सतह पर चल रहे हैं. लोक निर्माण के इस डिजाइन को सरकार ने मंजूरी दे दी है़ लक्ष्मणझूला पुल के विकल्प वाले पुल की कुल चौड़ाई आठ मीटर होगी, जिसमें 1.5 मीटर चौड़ाई के दो टफेंड कांच के फर्श होंगे, जबकि बीच में दुपहिया वाहनों जैसे हल्के वाहनों के चलने के लिए 2.5 मीटर चौड़ी दो एस्फाल्ट सड़कें बनायी जायेंगी.
टफेंड कांच के फर्श साढ़े तीन इंच मोटाई के होंगे जो 750 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर का बोझ सह सकेंगे. पुल की लंबाई 132.3 मीटर होगी और दोनों किनारों पर सात फीट ऊंची रेलिंग लगेगी. यह पुल आवागमन के लिए कम से कम 150 साल तक सुरक्षित बना रहेगा.
उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण में प्रयुक्त होने वाले लोहे के खंभे और छड़ें सामान्यत: प्रयुक्त होने वाले खंभों और छड़ों के मुकाबले कई गुना ज्यादा मजबूत होंगे और यदि पुल का रखरखाव ठीक ढंग से किया गया तो यह डेढ़ सौ वर्षों से भी अधिक समय तक चल सकता है. ऋषिकेश की पहचान के रूप में विख्यात 94 वर्ष पुराने लक्ष्मणझूला पुल को सुरक्षा कारणों से पिछले साल आवागमन के लिये बंद कर दिया गया था. इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घोषणा की थी कि ऋषिकेश में आधुनिकतम तकनीक से युक्त लक्ष्मण झूला का वैकल्पिक पुल बनाया जायेगा.