अंथवाल गांव. हिंदाव की प्रचाधारी देवी मां जगदी के होम का का बुधवार को तीसरा दिन था. तीसरे दिन भी बड़ी संख्या में क्षेत्र के जगदी भक्त नारायण मंदिर देवल सेरा पहुंच कर जगदी के यज्ञ 2020 के साक्षी बनें. जगदी समिति के पदाधिकारि व क्षेत्र की लोग इस महायज्ञ को सफल बनाने जुटे हुए हैं.
अंथवाल गांव में हो रहे तीसरे दिन के यज्ञ की ग्राउंड रिपोर्ट यज्ञ के प्रधानाचार्य श्री आचार्य उमाशंकर अंथवाल शास्त्री जी की आप भी पढ़ें-
महायज्ञ के तृतीय दिवस के शुभ अवसर पर माँ जगदी व भगवान लक्ष्मी नारायण के दिव्य महायज्ञ में यज्ञ के प्रधानाचार्य आचार्य उमाशंकर अंथवाल शास्त्री जी ने सभी माँ भगवती के भक्तों को संबोधित करते हुए कहा है कि जब कई जन्मों के भाग्य उदय होते हैं, तब ऐसे शुभ अवसर हमें प्राप्त होते हैं कि हम ऐसे सुंदर महायज्ञ के साक्षी बनने का सैभाग्य प्राप्त करते हैं.
मां जगदी के यज्ञ में में होने वाले मंत्रोच्चार सुनने का जिस प्राणी को यह अवसर मिलता है, उसके हृदय में जनसेवा का विवेक जागृत होता है. सुन्दर उपदेश देते हुए प्रधानाचार्य आचार्य उमाशंकर जी के प्रवचनों से सभी भक्त प्रेम मुग्ध हो गए. महायज्ञ के तीसरे दिन आचार्य श्री के सान्निध्य में प्राचीन काल से चलती आ रही परंपरा के अनुसार भगवान यज्ञपुरूष का विदिवत बेद मंत्रों के साथ में विवाह सम्पन हुआ.
मंगलगीतों के साथ में सनातन धर्म के अनुसार विवाह में आचार्य उमाशंकर शास्त्री जी को आशीर्वाद देते हुए उनके शिक्षा गुरु आचार्य इंद्रदत्त थपलियाल ब्याकर्णचार्य शास्त्री जी ने कहा कि आप आने वाले समय में सनातन धर्म की ध्वजा को लहराएंगे. इसके साथ ही आज के दिन देव डोलियों का सरौं नृत्य ने भी लोगों आनंदित किया.