अंथवाल गांव. शनिवार को 6ठवें दिन यज्ञ के प्रधानाचार्य आचार्य उमाशंकर अंथवाल शास्त्री जी के सानिध्य में माँ जगदी भगवान लक्ष्मी नारायण यज्ञ में देवता के बाकियों, प्रकांड शास्त्र वेताओं ने आहूतियां दीं. साथ में यज्ञपुरुष भगवान का का विवाहः वैदिक मंत्र और पुरातन मंगल गीतों के साथ हुआ. सभी नौज्युला हिंदाव की समस्त कार्यकरणी ने यज्ञ के प्रधानाचार्य उमाशंकर शास्त्री जी का स्वागत किया और कहा कि यज्ञ के प्रधानाचार्य जी की शैली और विधि विधान द्वारा की जा रही पूजा से मां जगदी क्षेत्र में खुशहाली देंगी.
आने वाली जो पीढ़ी भी लेगी प्रेरणा
आचार्य श्री जी के प्रधानाचार्य बनने के बाद प्रति दिन अलग-अलग तरीके से हवन यज्ञ सुन्दर वैदिक मंत्रों से होते हैं. श्री कुंवरसिंह नेगी जी ने यज्ञ के प्रधानाचार्य आचार्य उमाशंकर अंथवाल जी का सम्मान किया और तमाम भक्तों के बीच में कहा कि यज्ञ हमने कई करवाए भी हैं और देखे भी हैं, परंतु जैसे विधि विधान से आप ने यज्ञ किया और करते हैं उसके लिए हम सभी हिंदाववासी आप की विध्वता को प्रणाम करते हैं.
श्री कुंवरसिंह नेगी ने कहा कि मां जगदी की इस पूजा अर्चना के बाद आप देश विदेश में सनातन धर्म की ध्वजा को लहराएंगे. श्री नेगी जी ने कहा कि आपके द्वारा आगे आने वाली जो पीढ़ी है वो आप से सीख लेगी और आपके ही प्रेरणा से ऐसे दिव्य और भव्य यज्ञ पुराण होते रहेंगे. आचार्य श्री को सभी नौज्युला हिंदाव और के सभी सदस्यों ने हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन किया. प्रधानाचार्य उमाशंकर अंथवाल जी ने सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया.
होम के छठे दिन राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय हाईस्कूल सोनधार, जनता जूनियर हाईस्कूल सौड़ अंथवाल की छात्राओं ने सुन्दर सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए. यज्ञ का समापन निकट है. सभी जगदी समिति के सदस्य सुन्दर व्यवस्था में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. विद्धवान जनों श्री शिवशरण प्रसाद थपलियाल शास्त्री, साहित्याचार्य, श्री इंद्रदत्त थपलियाल शास्त्री ब्याकर्णचार्य, आचार्य मंत्री प्रसाद अंथवाल जी, नारायण दत्त थपलियाल जी, श्री राजेस्वर प्रसाद उनियाल जी सहित कई लोग यज्ञ को सफल बनाने जुटे हैं.