हल्द्वानी. टिक-टॉक पर आजकल पिथौरागढ़ की बेटी भावना चुफाल ने धूम मचा रही है. उत्तराखंड जन्मभूमि की संस्कृति के प्रति अटूट लगाव को टिक-टॉक वीडियो के जरिए चंद सेकेंड के वीडियो में कैद कर दुनिया भर में छा जानी वाली बेटी भावना चुफाल मूल रूप से पिथौरागढ़, थल के नापड़ गाँव की हैं. एक साल पहले भावना चुफाल के मन में टिक-टॉक पर आईडी बनाने का ख्याल आया.
अपनी चुलबुली अदाओं और दशर्कों को भ्रमित कर देने वाले लुक की धनी भावना चुफाल ने अपने पहले वीडियो से ही पहाड़ की संस्कृति को प्रसारित करने की ठानी और पिथौरागढ़ की वेशभूषा को पहनावे के रूप में अपनाकर लोकप्रियता का ऐसा शिखर छू लिया, जिसे पाने किसी बड़े सेलिब्रेटी को भी सालों लग जाते हैं.
10 वीडियोस देखने वालों की संख्या 1 मिलियन के पार
लोकप्रियता का आलम यह है कि भावना के करीब 10 वीडियोस देखने वाले की संख्या 1 मिलियन के पार है. उत्तराखंड की संस्कृति और पहनावे से जुड़े अपने वीडियो टिक टाक पर डालने की कड़ी में भावना ने लड़के वाले लुक में एक विडियो जैसे ही टिक टाक पर क्या डाला कि रातोंरात टिक टाक की सबसे पसंदीदा स्टार बन गई. टिक टाक पर भावना का “लड़के के लुक” वाला वीडियो इस कदर वायरल हुआ कि इसे 1 करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं.
लोगों की दीवानगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस वीडियो को 24 लाख लोगों ने हार्ट्स भी दिया है. आज उनकी प्रसिद्धि का आलम यह है कि उनके टिक-टॉक पर 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय से स्पोटर्स विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही भावना चुफाल वर्तमान में अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहती हैं. उनके पिता गोविंद सिंह चुफाल एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं व माता गंगा देवी एक सफल ग्रहणी हैं.
300 से भी ज्यादा वीडियो पहाड़ी बोली में
भावना ने बताया कि टिक-टॉक पर इस अनोखे अंदाज में उत्तराखंड की संस्कृति को लोकप्रिय बनाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भावना मेरे कुछ दोस्त अपनी भाषा में वीडियोस बनाकर टिक-टॉक पर अपलोड किया करते थे. इसी से मैंने भी सोचा कि मुझे भी अपने पहाड़ की संस्कृति को दर्शाने के लिए कुछ वीडियो बनाने चाहिए. यहीं से टिक-टॉक पर एक के बाद एक वीडियो डालती चली गई और एक लोगों के द्वारा मिले भारी सर्मथन से रोज नए आइडिया आते गए.
भावना अब तक 300 से भी ज्यादा वीडियो पहाड़ी बोली में बना चुकी हैं. भावना ने उत्तराखंडी वेशभूषा खासकर पिछौड़ा और नथ पहनकर पंजाबी, हरियाणवी, बंगाली, मराठी, बिहारी, नेपाली और हिमाचली भाषा में भी टिक-टॉक वीडियो बनाये हैं. भवना को हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय ने उत्तराखंड की संस्कृति पर हो रहे कार्यक्रम में आमंत्रित कर तृतीय पुरस्कार से नवाजा था.