रायचूर. कर्नाटक में रायचूर जनपद के सिंधनुर में रुद्रप्रयाग और टिहरी जनपद के 8 युवाओं ने मुख्यमंत्री जी से मदद की गुहार लगाई है. इन युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से अपील की है कि उनको घर वापस लाने की व्यवस्था की जाए. ये युवा बता रहे हैं कि लाकडाउन के कारण उनके होटल बंद हो गए हैं और उनके पास न रहने के लिए जगह न ही खाने के लिए सामान. वह सिर्फ एक कमरे में रह गए हैं और मालिक भी अब फोन नहीं उठा रहा हैं, जिसको लेकर यह युवक परेशान हैं.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन के कारण उत्तराखंड के कई लोग जगह-जगह फंसे हैं. रहने और खाने की सुविधा वाली जो नौकरी उत्तराखंडी युवाओं के लिए सबसे मुफीद मानी जाती थी आज उसी नौकरी ने खाने और रहने के संकट के मुहाने पर खड़ा कर दिया है. ये 8 लोग कर्नाटक के रायचूर जनपद के सिंधनुर में फंसे हुए हैं. इन युवाओं से ( +91 81970 39722-विनोद सिंह) संपर्क किया जा सकता है.
युवाओं के नाम
विनोद सिंह रावत ग्राम बांसी, गंभीरसिंह धनै, ग्राम बांसी, त्रेपन सिंह, मुकेशसिंह, ग्राम धामनी, सुदशर्नसिंह नेगी ग्राम फलाशी, बिजू जगवाण ग्राम फलाशी, हरेंद्रसिंह ग्राम बांसी व सहाबसिंह चौहान गोधरी.
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत दिनांक 14 अप्रैल, 2020 तक हुए लॉकडाउन के कारण दिल्ली में फंसे उत्तराखण्ड के व्यक्तियों के भोजन, रहने व उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से ₹ 50 लाख स्वीकृत किए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक व्यक्ति के रहने, खाने एवं उनको उनके गंतव्य तक पहुंचाना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. इस संबंध मे आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.