चमियाला. रावत क्लीनिक विनकखाल के होमेयोपैथिक डाक्टर गोविंद सिंह रावत का घनसाली क्षेत्र में कोविड 19 बचाव व रोकथाम उपाय शिविरों का आयोजन लगातार जारी है. इसी क्रम में मार्च के पहले पखवाड़े से शुरू हुए निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों की संख्या कल योग दिवस 21 जून तक 39 तक पहुंच गई है. योग दिवस पर रोग से दूर रहने के प्रति जागरूकता का यह शिविर चमियाला में लगा. जहां बड़ी संख्या में आए लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य जांच की गई. यहां आए लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा आर्सेनिक अल्बम 30, मास्क व सुरक्षा किटों को वितरण किया गया.
नगर पंचायत अध्यक्षा श्रीमती ममता देवी पवार का रहा मुख्य सहयोग
चमियाला में लगे 39वें शिविर में मुख्य सहयोग नगर पंचायत चमियाला की अध्यक्षा श्रीमती ममता देवी पवार, सभासद वार्ड नंबर 1 श्री हरीश राणा जी, सभासद वार्ड नंबर 2 मीरा देवी जी व सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट लोकेंद्र जोशी जी का रहा. अन्य सहयोगियों में संजय पवार जी को ऑपरेटिव बैंक चमियाला, भागवत सिंह पवार जी पूर्व प्रधान, देवेंद्र शाह जी सामाजिक कार्यकर्ता, सुमन देवी गुड्डी देवी, मीना देवी, पूनम देवी, माया देवी, पुष्पा देवी, सीमा देवी, कविता देवी आशा व आंगनबाड़ी बहनों की शिविर को सफल बनाने में बड़ी भूमिका रही. इस अवसर पर मां भगवती प्रांगण चमियाला के शिविर में संजय कुमार जी प्रधान कांगड़ा, पूर्ण परमार जी अध्यापक सामाजिक कार्यकर्ता, कवि पवार जी अध्यापक और अन्य गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
उल्लेखनीय है कि डॉ. गोविंद सिंह रावत अपने परिवार के निजी सहयोग से अब तक 70 से भी अधिक गांवों में निशुल्क शिविर लगा चुके हैं. डॉ. गोविंद सिंह रावत इन स्वास्थ्य शिविरों में 70,000 से भी ज्यादा लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा आर्सेनिक अल्बम 30, मास्क आदि निशुल्क वितरित कर चुके हैं. डाक्टर गोविंद सिंह रावत अपने पिता श्री बचल सिंह रावत (पूर्व अध्यापक , अध्यक्ष ज्वालामुखी मंदिर समिति विनकखाल टि.ग.) के सौजन्य से लगा रहे हैं और इसमें उनके भाई, स्पेन में रहने वाला चाचा त्रेपन सिंह जी का प्रमुख सहयोग है.
डाक्टर गोविंद सिंह रावत के इस अभियान को गांव गांव तक पहुंचाने और सफल बनाने के लिए उनकी मजबूत समाजसेवी टीम में मुख्य सहयोगी श्री धनपाल सिंह रावत बीडीसी सदस्य खवाड़ा, श्री नरेंद्र सिंह रावत, श्री धन सिंह रावत, श्री अमृत सिंह रावत, श्री मंगल सिंह रावत, श्री गोकुल सिंह रावत, श्री परम विजयपाल सिंह दुरियाल, श्री पूर्ण परमार आदि लोग दिन रात जुटे हुए हैं.