नवीमुंबई. करोना की वजह से बहुत ही कम लोगों की उपस्थिति में अशोक मल्ल जी का अंतिम संस्कार अभी अभी कोपर खैराने शमशान घाट मैं हो गया. अशोक मल्ल जी को मुखाग्नि उनकी बेटी व बड़े भाई कर्नल कवीन्द्र मल्ल जी ने दी. चार भाइयों में तीसरे नंबर के अशोक मल्ल जी का यूँ चले जाना सभी उत्तराखंड वाशिओं के लिये बहुत बड़ी क्षति हैं.
1988 में दी गढवाली सुपरहिट फिल्म कौथीग में निभाई नायक की भूमिका
अभिनेता अशोक मल्ल जी को नवी मुंबई के कोपरखौरणे में कैमोथेरिपी के लिए भर्ती किया गया था, जहां आज तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली. अभिनेता अशोक मल जी ने 1988 में गढवाली सुपरहिट फिल्म कौथीग में नायक की भूमिका निभाई थी. 1988 से 2017 तक वे उत्तराखंडी फिल्मों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे. इस दौरान उन्होंने कौथीग, बंटवारू, बेटी व्वारी, मेरी गंगा होली त मैंम आली, जैसी सफल और कालजयी फिल्मों में नायक की भूमिकाएं निभाई . उस दौर की सुपरहिट फिल्म चक्रचाल में चरित्र अभिनेता की भूमिका निभाई.
2017 में उन्होंने अनमोल प्रोडक्शन की गोपी भिना फिल्म का सफल निर्देशन किया जो कि एक सफल फिल्म सावित हुई. बड़े पर्दे की फिल्मों के इतर उन्होंने व्यो, व तेरी माया नामक वीडियो फिल्मों में मुख्य चरित्र अभिनेता की भूमिका निभाई. इस दौरान उन्होंने हरिदर्शन और पिठैं की लाज, इन दो वीडियो फिल्मों का निर्माण व निर्देशन भी किया. इस बीच वे उत्तराखंडी फिल्मों के साथ साथ उत्तराखंडी सांस्कृति के उन्नयन हेतु रंगमंचों पर भी सक्रिय भूमिकाएं निभाते रहे.
उन्होंने एल्बम की दुनिया में प्रसिद्ध गायक सुरेश काला के गायन में छौ छक छम नामक एल्बम को प्रोड्यूज किया जो कि उस दौर में कफी सफल हुई. मुंबई के उत्तराखंड राज्य की उत्तराखंड भवन भूमि में प्रथम बार 2009 में कौथिग के आयोजन का श्रेय भी अशोक मल्ल जी को जाता है, जोकि उत्तरांचल पिपल अर्गानाईजेशन के तत्वावधान में संपन्न किया गया था. अशोक मल्ल जीवनपर्यंत उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासतों और लोकपंरंपराओं को जीवंत करने वाले इस महान कलावंत थे.
-राकेश पुंडीर- मुंबई