नवीमुंबई. उत्तराखंड कला संस्कृति और फिल्म जगत का एक और सुपर सितारा टूट कर अभिनय के आकाश को रिक्त छोड़ गया है. कुमाऊँनी फिल्म मेघा से शुरूआत करने वाले अभिनेता अशोक मल्ल जी का आज सुबह नवी मुंबई के कोपरखैरने में साई स्नेहदीप इस्पताल में निधन हो गया है.
समाजसेवी अभिनेता अशोक मल्ल जी के निधन से मुंबई से लेकर उत्तराखंड तक शोक की लहर दौड़ गई है. उत्तराखंडी फिल्म जगत के आधार स्तंभ के रूप में अनेक फिल्मों से पहाड़ में फिल्म उद्योग को सींचने वाले अशोक मल्ल जी ने गढवाली फिल्म कौथिग, गोपीभीना, बंटवारू, मेरी गंगा होली त मैमा आली, चक्रचाल जैसी हिट फिल्में दी हैं.
अभिनेता अशोक मल्ल जी ने उत्तराखंडी फिल्म गोपीभीना में खुद डायरेक्टर की भूमिका में पहाड़ की खूबसूरत वादियों में फिल्मांकन की संभावनाओं की मजबूत बुनियाद बनाई. उत्तराखंड के सुपर स्टार एक महान समाजसेवक और एक अच्छे इंसान के असमय चले जाने से मुंबई के तमाम लोगों ने संवेदना व्यक्त करते हुए गहरा दुख जताया है.
श्रीमती मीनाक्षी भट्ट जी ने जताया गहरा शोक
गोपीभीना फिल्म की निर्मात्री श्रीमती मीनाक्षी भट्ट जी ने हिलीवुड के पहले सुपरस्टार के असमय चले जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया है. फिल्म निर्मात्री, समाजसेवी श्रीमती मीनाक्षी भट्ट जी ने विनम्र श्रद्धाजंलि देते हुए लिखा कि हम सबके चहेते श्री अशोक मल्ल जी का निधन उत्तराखंड फिल्म जगत की अपूर्णीय क्षति है.
उत्तराँचल मित्र मण्डल वसई ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
बहुत ही दुखद समाचार है कि उत्तराखंड के जाने माने अभिनेता निर्देशक बेहतरीन समाजसेवक, रंगकर्मी तथा गरीबों के हितैसी श्री अशोक मल्ल जी का इस संसार को छोड़कर चला जाना एक शून्य निर्माण करदेता हैं. जिसे भर पाना आसान नहीं होगा. उनका उत्तराखंड की संस्कृति को मुंबई में बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है. हम भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना करते हैं कि श्री अशोक मल्ल जी की आत्मा को सदगति व चिर शांति दें. भगवान उनके परिवार व रिस्तेदारों को यह असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति दें.
– गोपाल सिंह मेहरा अध्यक्ष, उत्तराँचल मित्र मंडल वसई
निरंतर मिल रही निराशाजनक खबरों के बीच अपनी एक शख्सियत का गुज़र जाना बड़ा हादसा है. आपके साथ गुज़रा दौर किसी चलचित्र की भांति सजल नेत्रों के सम्मुख है. विनम्र श्रद्धांजलि.
-वरिष्ठ पत्रकार केशरसिंह बिष्ट, संस्थापक कौैथिग फाउंडेशन मुंबई.
उत्तराखंड फ़िल्म जगत ने एक सच्चा कला प्रेमी और हमने एक खरा सामाजिक मित्र खो दिया है. भगवान दिवंगत आत्मा को चिरशांति प्रदान करे. इस दुःख की घड़ी में गढ़वाल भ्रातृ मंडल, मुंबई उनके परिवार के साथ सहभागी है एवम संवेदना व्यक्त करता है.
-रमण मोहन कुकरेती
महासचिव
गढ़वाल भ्रातृ मंडल, मुंबई.अशोक मल जी, के बारे में सुन कर मैं हतप्रद हूँ मेरे करीबी दोस्त, कौथिग स्थापना के पुरोधा, अब इस दुनिया में नहीं रहे, उन्होंने जो प्रत्यक्ष रूप से समाज सेवा, पहाड़ी संस्कृति की सेवा की युगों तक लोग याद रखेंगे, इस घडी में मैं अत्यंत दुखी हूं, भगवान दिवंगत आत्मा ही स्वर्ग में शांति प्रदान करे एवं उनके परिवार तथा मित्रों को यह गहरा दुख सहने की शक्ति प्रदान करे.
–ओमप्रकाश बडोनी, राज्य संपत्ति अधिकारी, उत्तराखंड भवन, नवी मुंबई.
विश्वास नहीं हो रहा है. निशब्द…हूं, हमारे बहुत अच्छे भाई, बहुत करीबी सखा मित्र दोस्त, बहुत अच्छे मार्गदर्शक एवं बेहतरीन अभिनेता, लेखक, निर्माता निर्देशक उत्तराखण्ड संस्कृति के वाहक नवी मुंबई वाशी में उत्तराखण्डी कौथिक के जनक, हम सबके प्यारे अशोक मल्ल भैजी का इस प्रकार चले जाना पूरे उत्तराखण्ड विशेषकर कलाकारों व कला जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें यह लिखते हुए भी हाथ कांप रहे हैं मल्ल भैजी आप याद बहुत आवोगे.
-अभिनेता ज्योति राठौर