घनसाली। जैसा जीव कर्म करता है वैसा ही फल मिलता है, स्वर्ग और नरक सभी कुछ अपने कर्मों पर आधारित होते हैं, पूर्व जन्म के प्रारब्ध से हमे जीवन मिलता है। आज के संचित कर्म ही हमारे अगले जन्म का निर्धारण करते हैं, जिसे हमे भोगना ही पड़ता है. माता पिता के सत्कर्मो से ही वंश व्रद्धि होती है, गाय की सेवा से हमें उन्नति प्राप्त करते हैं, हमें सदैव गौसेवा करनी चाहिए. राम का नाम हमे इस दुनिया से मोक्ष दिलाता है।
कथा के चौथे दिन मना श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
सभी को हरिनाम का सुमिरण अपने जीवन में अवश्य करना चाहिए ये बातें भागवत भूषण आचार्य प्रवीण पैन्यूली जी ने घनसाली क्षेत्र के घैरका गॉव में पंडित श्रीराम रतूड़ी शास्त्री जी और उनकी धर्मपत्नी और अन्य पितरों की स्मृति में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर कही।
कथा के चौथे दिन आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया, कथावक्ता भागवत भूषण आचार्य प्रवीण पैन्यूली जी ने श्रीकृष्ण जन्म की कथा से सभी भक्तों को अभिभूत किया।
जसोदा देवी नौटियाल और कमला देवी चौहान का कथा मंच पर सम्मान
श्रीकृष्ण जन्म के अवसर पर मुख्य यजमान परिवार सहित भारी संख्या में कथानुरागी भक्तगण उपस्थित रहे। मुख्य यजमान जगदीश प्रसाद रतूड़ी, दिनेश रतूड़ी और बीजेपी जिला कोषाध्यक्ष और कॉपरेटिव समिति ढालवाला के सभापति भगवती प्रसाद रतूड़ी ने सभी उपस्थित भागवत प्रेमी भक्तों का स्वागत किया और आभार जताया. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में निशुल्क प्रसव कराने वाली दो दाइयों बोंगा गॉव की जसोदा देवी नौटियाल और घैरका गॉव की कमला देवी चौहान को कथा मंच के माध्य्म से सम्मानित किया।
कथा में मण्डपाचार्य आचार्य प्रभाकर पैन्यूली, आचार्य हर्षमणी नौटियाल, आचार्य रोशन पैन्यूली, संगीताचार्य शशिकांत बडोनी,संगीताचार्य प्रदीप नौटियाल सहित मुख्य यजमान परिवार के साथ साथ उमाशंकर व्यास,गीताराम पैन्यूली, देवेश्वर पैन्यूली, राजेन्द्र रतूड़ी,भोलाराम रतूड़ी, प्रधान मनोज रतूड़ी, प्रधान लिखवार गॉव चन्द्रशेखर पैन्यूली, सुरेश रावत, हरेन्द्र चौहान, श्रीपति शास्त्री, मुकेश, गंगा देवी, लक्ष्मण सिंह, जगतम्बा देवी, मायाराम सेमवाल, सुशील शास्त्री,सुधीर व्यास,कुशलानन्द व्यास,योगाचार्य दिवाकर व्यास,विमला देवी, रजनी देवी, एकता, सुनीता, बीमा देवी, अंजना, प्रियंका , सुशीला देव , उषा देवी आदि भागवत प्रेमी उपस्थित रहे।