रुद्रप्रयाग. कोरोना संक्रमण का कहर संक्रमित लोगों की जान के साथ-साथ रोजी रोजगार और कारोबार पर भी टूट पड़ा है. कोरोना से देश के तमाम राज्य बीमारी से निपटने लगे हुए हैं और ऐसे में जिन राज्यों में बीमारी नहीं भी है या ग्रीन जोन में भी हैं, वहां तमाम तरह के प्रचलित रोजगारों पर संकट के बादल मंडरा गए हैं.
उत्तराखंड की बात करें तो जहां अधिकांश लोग अपनी नौकरी आदि छोड़ कर शहरों से गांव में लौट गए हैं, वहीं गांव में भी चारधाम यात्रा, टूरिस्ट एंड ट्रैवल का बिजनेस करने वालों के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है. इस कोरोना महामारी के बीच उत्तराखंड के तीर्थों में आने वाले श्रद्धालुओं ने कई महीने पहले की गई अपनी बुकिंग कैंसिल करा दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मई माह की 900 से अधिक बसों की बुकिंग कैंसिल हो चुकी है, जिससे परिवहन व्यवसाय को भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है. चार धामों के कपाट खुलने पर 35 से 40000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने यहां चारधाम आने की बुकिंग की थी, जो अब कैंसिल की गई है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते इस बार चारधाम यात्रा से जुड़े कारोबार में बहुत गिरावट की आशंका बनी हुई है.