कोटद्वार. उत्तराखंड के लोगों की घर वापसी के तहत आज चंडीगढ़ से 166 यात्रियों को लेकर 8 बसें कोटद्वार पहुंची. यह सभी बसें ग्रास्टनगंज स्थित दशहरा मैदान में पहुंची. सभी लोगों का मेडिकल परीक्षण करने के बाद उन्हें बसों द्वारा उनके घर भेजा गया. प्रशासन की निगरानी में सभी लोगों को गांव भेजा गया है. इन बसों में रिखणीखाल सिद्धखाल क्षेत्र के 28, यमकेश्वर- नीलकंठ क्षेत्र के 26, धुमाकोट -बीरोंखाल क्षेत्र के 22, ढोंटियाल- रिखणीखाल क्षेत्र के 17 लोग सवार थे. अन्य क्षेत्र के बाकी लोगों को भी बसों से भेजने की तैयारी की जा रही है.
219 यात्री राजस्थान जयपुर से उत्तराखंड पहुंचे, नारसन बॉर्डर पर हुई स्कैनिंग
अन्य राज्यों में फंसे उत्तराखंड वासियों की वापसी के तहत आज छह बसों से 219 यात्रियों को नारसन बॉर्डर (उत्तर प्रदेश उत्तराखंड सीमा पर) पर स्कैनिंग मेडिकल परीक्षण कराया गया है. 219 यात्री राजस्थान जयपुर अन्य राज्यों से उत्तराखंड में पहुंचे हैं. मेडिकल टीम ने सभी का स्कैनिंग कर उन्हें अपने घरों के लिए रवाना कर दिया गया है. मौके पर हरिद्वार एसएसपी सहित पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी पहुंचे थे. वहीं सभी यात्रियों का स्कैनिंग करने के बाद उन्हें होम कोरोनटीन किया जाएगा. इस मौके पर मेडिकल और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही. आज उत्तराखंड में आने वाले यात्रियों में गढ़वाल के 138 और कुमाऊ के 81 लोगों को उनके शहरों की तरफ रवाना किया गया है हालांकि इस प्रक्रिया के दौरान सभी यात्रियों को 14 दिनों के लिए होम क्वारन्टीन किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि अन्य प्रांतों में फंसे लोगों की जल्द घर वापसी नहीं होने और सरकार द्वारा बारंबार अपने ही निर्णयों से पीछे हटने के कारण उत्तराखंड में सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा देशभर में पनप रहा है और बड़ी संख्या में समाजसेवी, राजनीतिक दलों ने फंसे सभी प्रवासियों को वापस बुलाने के लिए सरकार तक बात पहुंचाने के लिए धरने आदि शुरू कर दिए हैं. इसी तरह का सांकेतिक धरना जनाधिकार मंच रुद्रप्रयाग ने शुरू किया है और मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि प्रवासियों की शीघ्र वापसी नहीं हुई तो आमरण अनशन किया जाएगा. इसी प्रकार के आंदोलन और भूख हड़ताल की चेतावनी उक्रांद के युवा नेता गणेश भट ने भी दी है.