रुद्रप्रयाग/घनसाली. पिछले दिनों से यहां दोपहर बाद हो रही भारी बारिश और ओलावृष्टि के बीच आज रुद्रप्रयाग के सेम भरदार में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है. यहां बारिश के दौरान आज बादल फट गया, जिससे पेयजल स्रोत, खेत-खलियान और पैदल संपर्क मार्ग को भारी नुकसान पहुंचा है. बारिश के मौसम से पहले ही मई महीने में प्रकृति के इस कहर को देखकर लोग भयभीत हो गए हैं. कोरोना के संकट के भय के बीच अब पहाड़ों में प्रकृति के प्रकोप से भी लोगों दो चार होना पड़ रहा है.
ऐसी ही दूसरी घटना में जनपद टिहरी के भिलंगना ब्लाक के ढ़ुंग ग्रामसभा के निकट चाछड़ नामे तोक मे भी घटी है. यहां आज दोपहर बाद ढुंग ग्रामपंचायत के धारगांव चाछड़ नामे तोक में वज्रपात होने से शिव प्रसाद गोदियाल s/o श्री जीतराम गोदियाल जी निवासी करखेड़ी के 12 भेड़ मरे हैं. जोरदार कड़कड़ाहट के साथ बिजली गिरने से पशुधन की हानि हो गई है. सूचना मिलते आसपास के लोगों ने घटनास्थल का मुआयना किया. लोगों ने इस बात पर संतोष जताया कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है.
इस घटना पर स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता श्री विक्रम घणाता ने बताया कि कल सुबह तक डॉक्टर की टीम यहां घटनास्थल पर आएगी और बज्रपात से हुए नुकसान की भरपाई पर विभाग द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस घटना की सूचना आदरणीय जिलापंचायत सदस्य भाई श्री रघुवीर सजवाण जी एवं ब्लॉक प्रमुख श्रीमती बसुमती घनाता जी द्वारा विभाग को दे दी गयी है.
क्षेत्र के शिक्षाविद श्री सुरजनसिंह शाह ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. साथ ही कहा कि बरसात आंधी तूफान होते समय गांव के खेलने वाले बच्चों , पशु चराने वाले लोगों एवं जंगल में घास लेने, खेतों में काम करने जाते समय बेटी बहुओं-काश्तकारों को सावधानीपूर्वक विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.