देहरादून. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat) कोरोना संक्रमण (Corona infection) को परास्त कर देकर देहरादून (Dehradun) पहुंच चुके गए हैं। जहां जीटीसी हेलीपैड (Gtc helipad)
पर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत जोरदार किया।
उन्हें 28 दिसंबर को सपरिवार दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को दिल्ली में कोरोना से जंग जीतने के बाद कामकाज संभाल लिया था। एम्स दिल्ली से मुख्यमंत्री एवं उनके परिवार की सभी रिपोर्ट सामान्य आने पर शनिवार को एम्स दिल्ली से छुट्टी दे दी गई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री देहरादून पहुंच चुके है।
उन्होंने कहा की कोरोना के इस काल का उनको व्यक्तिगत अनुभव हो चुका है। ऐसे में उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि सामाजिक दूरी का इस्तेमाल, सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल हर वक्त करना चाहिए ताकि कोरोना का संक्रमण आपके इर्द-गिर्द भी ना आ सके।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के जीटीसी हेलीपैड आगमन पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत (Higher Education Minister Dr. Dhan Singh Rawat) एवं मेयर सुनील उनियाल गामा ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री आवास पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र का तीर्थ पुरोहितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने तीर्थ पुरोहितों का आशीर्वाद प्राप्त उन्हें सम्मानित भी किया।
नई ऊर्जा के साथ पुनः जनसेवा का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बद्री विशाल व बाबा केदार की कृपा और सभी की शुभकामनाओं के कारण मैं अस्पताल से पूर्णतःस्वस्थ होकर लौट आया हूं और नई ऊर्जा के साथ पुनः जनसेवा के कार्य में सबके बीच उपस्थित हूं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा बहुत जल्द देश में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। उसके लिए भी वह व्यवस्थित तरीके से उत्तराखंड में वैक्सीन की प्रक्रिया को चरणबद्ध रूप में आगे बढ़ाएंगे और किसी भी प्रकार से प्रदेश के नागरिकों को दिक्कत ना हो इसके लिए अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश देंगे।
मुख्यमंत्री ने सभी डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के सभी मानकों जैसे सही से मास्क पहनना, शारीरिक दूरी का ख्याल रखना तथा हाथों को नियमित रूप से धोना व उन्हें सैनिटाइज करने का अनिवार्यता से पालन करने की आवश्यकता है।