दिल्ली. दुनिया भर में दहशत मचा रही बीमारी कोरोना को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है. दुनिया के 117 से भी ज्यादा देश कोरोना वायरस की दहशत में हैं और इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है.
भारत भी ऐहतियातन जरूरी कदम उठा रहा है. विदेश से आने वाले लोगों का किया वीजा 15 अप्रैल तक वीजा रद्द किया गया है. सरकार जरूरी माध्यमों से कोरोना वायरस पर जनता को सर्तक कर रही है साथ ही भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है. भारत सरकार ने दुनिया के सभी देशों के लिए जारी वीज़ा 15 अप्रैल तक रद्द कर दिया है. दुनिया का कोई भी नागरिक कोरोना वायरस की वजह से भारत में नहीं आ पाएगा. कोई भारतीय वापस आना चाहता है तो उसे स्क्रीनिंग करवानी होगी और 14 दिनों तक निगरानी में रहना होगा.
- स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई एडवाइज़री..
- 13 मार्च तक जारी हुए सभी वीज़ा-ई वीज़ा को रद्द कर दिया गया है. ये वीज़ा 15 अप्रैल तक रद्द रहेंगे, हालांकि संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी, डिप्लोमेट, रोजगार, प्रोजेक्ट वीज़ा समेत अन्य सरकारी अधिकारियों को प्रवेश करने दिया जाएगा.
- जो भी विदेशी इस वक्त भारत में हैं, उनका वीज़ा जारी रहेगा. अगर उन्हें काउंसलर एक्सेस की जरूरत है या वीज़ा की तारीख बढ़वानी है, तो वो FRRO से संपर्क कर सकते हैं.
- OCI कार्ड होल्डर्स को जो वीज़ा फ्री ट्रैवल का फायदा मिलता था, उसे भी 15 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया गया है.
हालांकि, अगर कोई भी विदेशी नागरिक भारत आना चाहता है तो वह अपने देश में मौजूद भारतीय दूतावास में संपर्क कर सकते हैं. - चीन-इटली-ईरान-कोरिया-स्पेन-जर्मनी समेत अन्य सभी देशों से यात्रा कर लौट रहे भारतीयों की स्क्रीनिंग की जाएगी. इन्हें 14 दिनों तक निगरानी में भी रखा जाएगा.
- जमीनी बॉर्डर से इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद ही एंट्री मिल पाएगी.
- अगर कोई भारतीय नागरिक विदेश की यात्रा करना चाहता है, तो वह अपनी प्लानिंग इस हिसाब से करें कि उन्हें 14 दिन तक निगरानी में भी रखा जा सकता है.
- भारत सरकार लोगों से अपील करती है कि अगर जरूरी हो तभी किसी अन्य देश की यात्रा करें.