देहरादून. देहरादून से आज एक और बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को 14 दिन के लिए निगरानी में रखा गया है. जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को निगरानी में रखने के दिए आदेश दिया है.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना दून अस्पताल में कोरोना वार्ड में निरीक्षण के लिए गए थे, जिसके कारण संक्रमण की आशंका के चलते उन्हें भी 14 दिन के लिए घर पर ही निगरानी (होम क्वारंटाइन) में रखने के आदेश जारी किये गए हैं.
दून अस्पताल में कोरोना संक्रमणग्रस्त मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और इसी वार्ड में कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति भर्ती थे, जिन्हे देखने सूर्यकांत धस्माना गए थे. कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका के कारण नेता जी को निगरानी में रखा गया है, जहां उनके सैंपल लेने और जांच व निगरानी होगी.
खजान दास भी गए आइसोलेशन वार्ड में
एक तरफ जहां कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य सरकार लोगों से मास्क पहनने और संक्रमित रोगियों से दूरी बनाए रखने की अपील कर रही है. वहीं उत्तराखंड में नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए भयंकर लापरवाही कर बैठे हैं. एक न्यूज चैनल की खबर के अनुसार बीजेपी विधायक खजान दास भी राज्य सरकार की तैयारियों को बेहतर बताने के लिए अस्पताल पहुंच गए और रोगियों से मुलाकात कर बैठे.
बहरहाल, इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि मैंने बाहरी कक्ष में ही नर्सिंग स्टाफ से मरीजों की जानकारी ली थी, सत्तापक्ष के विधायक भी आइसोलेशन वार्ड में गए थे. मुझे क्वारंटाइन किया गया तो एहतियातन उन्हें भी निगरानी में रखा जाए.
जाने क्या होता है होम क्वारंटाइन ?
होम क्वारंटाइन का मतलब घर पर अपने आप को दूसरे लोगों से अलग कर लेना है. अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम लगा हुआ है तो आप एक कमरे में अपने आप को अलग कर लें. इससे आपके परिवार में किसी को वायरस नहीं फैलेगा. क्वारंटीन लैटिन मूल का शब्द है. इसका मूल अर्थ चालीस दिन का समय है. इसका मतलब संगरोध, संगरोधन, किनारे पर आने-जाने से रोकना और अस्पताल का अलग कमरा भी है.
घर पर कैसे कर सकते हैं अपने आप को क्वारंटाइन?
-होम क्वारंटाइन के लिए एक हवादार कमरा हो, जिसमें टॉयलेट भी हो.
-अगर उस कमरे में अन्य परिजन हो, तो दोनों में एक मीटर की दूरी हो.
-दोनों शख्स घर के अन्य बुजुर्गों, गर्भवतियों और बच्चों से दूर रहें.
-वायरस संदिग्ध मरीज किसी भी समारोह, शादी, पार्टी में 14 दिन या जब तक स्वस्थ न हो जाएं तब तक हिस्सा न लें.
-साबुन से हाथ धोएं और अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें.
-घर में खुद से पानी, बर्तन, तौलिए और अन्य किसी चीज को न छुएं?
-सर्जिकल मास्क लगाकर रहें. हर 6-8 घंटे में मास्क बदलें. इनका निस्तारण सही से करें.
होम क्वारंटाइन व्यक्ति के परिजनों के लिए गाइडलाइंस
-घर का कोई एक सदस्य ही ऐसे व्यक्ति की देखभाल करे.
-ऐसे व्यक्ति की त्वचा के सीधे संपर्क में आने से बचें.
-घर को साफ करने के लिए दस्ताने पहनें. उन्हें उतारने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं.
-घर में किसी बाहरी व्यक्ति को न आने दें.
-होम क्वॉरंटाइन व्यक्ति में लक्षण नजर आए तो 14 दिनों तक सभी नजदीकी संपर्क बंद कर दें. ऐसा तब तक करें जब तक रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए.
-होम क्वॉरंटाइन व्यक्ति के कमरे के फर्श और हर चीज को एक फीसदी सोडियम हाइपोक्लोराइट सोल्यूशन से साफ करें.
-इसके अलावा टॉयलेट को भी रोज रेगुलर हाउसहोल्ड ब्लीच से साफ करें.
साभार-(होम क्वारंटाइन पर जानकारी) नवभारत टाइम्स