देहरादून. उत्तराखंड सरकार, डॉक्टर्स, पुलिस और अनगिनत कोरोना योद्धाओं का प्रयास रंग ला रहे हैं. जल्द ही उत्तराखंड शून्य संक्रमण वाले प्रदेश की सूची में होगा. यानी राज्य बहुत जल्द कोरोना मुक्ति की राह पर अग्रसर है. राज्य में बड़े पैमाने पर हाई लोडेड कोरोना संक्रमित शहरों से प्रवासियों की वापसी के बावजूद राज्य सरकार की दृढ़इच्छा शक्ति से कोरोना राज्य में परास्त होने की कगार पर है. राज्य आज भले 64 मामले मिले हैं, लेकिन राज्य में कोरोना को परास्त करने वालों की दर बहुत ही आशाजनक बनी हुई है. राज्य में आज के आंकड़ों के बाद कुल 498 लोगों में ही अब कोरोना संक्रमण बचा है.
राज्य में सरकार, पुलिस, डाक्टरर्स आदि के प्रयास के कारण 81.61 की रिकवरी दर है और कुल संक्रमित मरीज 3048 तक पहुंचने के बाद भी कोरोना को काबू करने में सफलता मिल रही है. राज्य में 42 मौतों के साथ 2481 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. प्रवासियों के गांव जाने का सिलसिला थमने के बाद अब पहाड़ी क्षेत्रों में भी संक्रमण का ग्राफ कम हो चुका है और आज के 64 मामलों में देहरादून 20, नैनीताल 13, ऊधमसिंह नगर 12, अल्मोड़ा 8, बागेश्वर 3, चमोली 2, चंपावत 2, हरिद्वार 2 व पिथौरागढ़ का 1 व्यक्ति संक्रमित मिला है.
टिहरी में जिला अधिकारी मंगेश घिल्डियाल जी के प्रयास से अब 2 केस एक्टिव
उल्लेखनीय है कि जनपद टिहरी अब कोरोना मुक्ति की ओर अग्रसर है. जिला अधिकारी मंगेश घिल्डियाल जी की रणनीति कोरोना को हराने में कारगर साबित हुई है. प्रवासियों को ऋषिकेश में ही होटलों, संस्थाओं में क्वारंटीन करने के त्वरित फैसलों से कोरोना जनपद के गांवों में नहीं पहुंच सका है और जो पहुंचा भी उन गांवों को तुरंत सील आदि कर रोकथाम की हर संभव कोशिश ने कोरोना के प्रकोप को बढ़ने पर लगाम लगाई है.
टिहरी का आज एक भी मामला नहीं मिला है. बता दें कि टिहरी में इससे पहले कुल 419 लोग संक्रमित हो चुके हैं और कुल अब 2 केस एक्टिव हैं. टिहरी के दो लोगों ने अब तक जान गंवाई है और बाकी सभी 415 लोगों ने कोरोना को हराकर इस महामारी पर विजय हासिल की है. अब टिहरी में मात्र दो कैंटोनमेंट जोन हैं, जो कि हिंडोलाखाल ब्लाक के ग्राम डोबरी बछेलीखाल और ग्राम डांडा है. जनपद टिहरी में संस्थागत क्वारंटीन में रहे रहे लोगों की संख्या आज तक 300 है, जबकि आंगनवाड़ी केंद्रों, पंचायत घरों, स्कूलों में रह रहे लोगों की संख्या 969 है. टिहरी जिले में 2542 लोग होम क्वारंटीन में हैं.