राज्य में पंजीकृत सभी होम्योपैथिक चिकित्सको ने लिया है कोविड-19 सम्बन्धी प्रशिक्षण
देहरादून। होम्योपैथिक मेडिकल ऐसोसिएशन, के प्रदेश अध्यक्ष डा. हेमन्त सिंह चैहान के द्वारा हाल ही में आयोजित वर्चुवल मीटिग में कहा गया कि कोरोना महामारी में होम्योेपैथिक चिकित्सा के चिकित्सको के द्वारा लाखो लोगो को इम्यूनिटी बूस्टर दवा का वितरण किया गया है, जिससे पूरे देश में लाखों लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुचाया गया है। ओर होम्योपैथिक चिकित्सक कोरोना महामारी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
डा. गोविन्द सिंह रावत, प्रदेश महासचिव के द्वारा कहा गया कि मा. मुख्यमत्री जी जहां इस महामारी में राज्य में चिकित्सको की कमी होने को कह रहे हैं और सेवाकाल पूर्ण करने वाले चिकित्सको से सेवा की गुहार लगा रहे हैं, जबकि कोविड-19 महामारी में 60 साल से अधिक वर्ष के लोगों को अधिक खतरा होने का अंदेशा है।
वर्तमान सरकार के द्वारा होम्योपैथक चिकित्सको की उपेक्षा की जा रही है, होम्योपैथिक चिकित्सा के सभी चिकित्सको को उत्तराखण्ड होम्योपैथिक विभाग के द्वारा कोविड-19 सम्बन्धी प्रशिक्षण पोर्टल के माध्यम से प्रदान किया गया है। जहां एक दशक से भी अधिक का समय होने को है किन्तु होम्योपैथिक चिकित्सा के चिकित्सको की नियुक्ति प्रक्रिया अमल में नही लायी गयी है।
राज्य में 1300 से अधिक होम्योपैथिक चिकित्सक पंजीकृत हो चुके है ओर बेरोजगार है। और सरकार से मांग की है कि होम्योपैथिक चिकित्सको की नियुक्ति प्रक्रिया तत्काल प्रारम्भ की जाये।
प्रदेश सचिव डा. एम.एस. रावत के द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में कोविड -19 के दृष्टिगत वर्तमान परिस्थितियों में राज्य की जनता के स्वास्थ्य लाभ हेतु पहाड के बेरोजगार होम्योपैथिक चिकित्सको से सेवा ली जाये, जिससे राज्य में चिकित्सको की कमी पूरी होगी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओ में सुधार किया जा सकता है। मीटिग में राज्य के 1300 होम्योपैथिक चिकित्सक चिकित्सको के द्वारा प्रतिभाग किया गया।