पिछले दो साल तक कोविड महामारी के लॉकडाउन का असर लोगों की जीवनचर्या पर पड़ा है. रोजी रोजगार का संकट और कोविड काल की अनिश्चतता के कारण लोग पिछले दाे सालों में घर के लिए जीवनावश्यक वस्तुओं की खरीददारी तक सिमट गए. कोरोना के दौर में शादी ब्याह पर भी ब्रेक लगा तो देशभर में सोने के कारोबार पर भी इसका असर देखा गया.
यहां तक कि शुभ अवसर या तीज त्यौहारों पर भी गहनों की खरीददारी नगण्य रही. लेकिन इस बार कोरोना से उबरने के बाद अक्षय तृतीया को देशभर के बाजारों में रौनक देखने को मिली. अक्षया तृतीया पर देशभर के सराफा बाजारों में काफी चहल-पहल दिखाई दी, जिसके कारण इस बार सर्राफा कारोबारियों ने जमकर व्यापार किया. इस कारोबार से जुड़े एक्सपर्टस के अनुमान के तहत पूरे देश में अक्षय तृतीया पर 15,000 करोड़ रुपए मूल्य का सोना-चांदी बिकने का समाचार है.
सूत्रों के अनुसार अक्षय तृतीया पर सर्राफा बाजारों में ग्राहकों ने सुबह से लेकर देर रात तक खरीदी की. पिछले एक सप्ताह में सोने-चांदी के दामों की नरमी ने भी ग्राहकों का उत्साह बढ़ाया. सोने-चांदी के सिक्के, बार, लाइटवेट और हैवीवेट ज्वैलरी, डायमंड ज्वैलरी, चांदी के बर्तन सभी की अच्छी बिक्री हुई. कुल मिलाकर 2019 के मुकाबले 30% अधिक यानी 25 टन से अधिक सोना बिकने का अनुमान है.
अक्षय तृतीया को गहनों की खरीदी के लिए शुभ दिन माना जाता है और इस दिन सोना-चांदी खरीदने से घर एवं व्यापार में बरक्कत होती है, ऐसी मान्यता है और इसलिए यह दिन सोने-चांदी के व्यापार के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है.