देहरादून. देहरादून के दरबार साहिब में शुक्रवार को ऐतिहासिक 105 फीट ऊंचे झंडे जी के आरोहण के दौरान बारिश ने देश विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं की मुसीबत बढ़ा दी. आरोहण के अंतिम समय में बारिश के चलते लकड़ी की कैंची टूट गई. जिसके कारण ध्वज दंड टूट गया. हालात को देख महंत देवेंद्र दास जी महाराज के आह्वाहन पर व्यवस्था संभाली गई.
शुक्रवार को सुबह झंडे जी को उतारने का कार्यक्रम शुरू हुआ. दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास जी महाराज की उपस्थिति में श्री झंडे जी को दही, घी, गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराया गया. सुबह से ही झंडे जी के दर्शन करने को लाखों की संख्या में संगतों का जनसैलाब उमड़ा.
झंडे जी का आरोहण कई मायने में खास था. इस बार झंडे जी के ध्वज दंड को बदला गया. श्री दरबार साहिब के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी ने बताया कि परंपरानुसार, हर तीन साल में झंडे जी के ध्वज दंड को बदला जाता है. यह क्षण अद्भुत होता है. इस क्षण के दर्शन करने को संगतों में खासा उत्साह रहता है. नए झंडे जी का ध्वज दंड 105 फीट ऊंचा है, जो अभी तक श्री झंडे जी की सबसे अधिक ऊंचाई थी.