धमातोली. जनपद टिहरी गढ़वाल के हिंदाव क्षेत्र में धमातोली स्थिति विद्यालय के मैदान को यहां सड़क का पुश्ता निर्माण करने वाले ठेकेदार ने डंपिंग ग्राउंड में बदल दिया है. धमातोली के युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने बताया कि धमातोली विद्यालय के इस खूबसूरत मैदान पर कई महीनों से ठेकेदार ने सड़क के पुश्ते का मलबा लाकर यहां रख दिया है. कई बार स्थानीय लोगों द्वारा इस संबंध में आवाज उठाने पर भी ठेकेदार लोगों की बात नहीं सुन रहे हैं.
बताया गया है कि ठेकेदार उत्तराखंड भाजपा टिहरी के उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट हैं और यह कार्य भी उन्हीं के द्वारा किया जा रहा है. बता दें कि धमातोली विद्यालय के जिस मैदान पर ठेकेदार ने यह मलबे का ढेर लगा रखा है, यह मैदान बनाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोना सजवाण ने 5 लाख की राशि दी थी और तब जाकर युवाओं और विद्यालय के बच्चों के लिए इस मैदान को बनाया गया था.
मिली जानकारी के अनुसार जब हाल ही में ठेकेदार यहां पहुंचे तो स्थानीय युवाओं ने ठेकेदार से इस मैदान को साफ करने की बात की तो ठेकेदार ने कोई सकारात्मक जबाव नहीं दिया, इसके विपरीत युवाओं को अपने पद का रौब दिखाकर हड़काने पर उतारू हो गए, जिससे युवा भड़क गए और ठेकेदार को यहां से भागने को मजबूर होना पड़ा.
मैदान के समतलीकरण के लिए रखी है मिट्टी : श्री आनंद सिंह बिष्ट
इस संबंध में ukkhabar.com ने भाजपा टिहरी के उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट जी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो श्री आनंद सिंह बिष्ट जी ने बताया कि मैदान में जो मलबा रखा गया है वह मैदान की भराई करने के लिए रखा गया है. उन्होंने बताया कि इस मैदान के समतलीकरण के लिए विधायक शक्तिलाल शाह ने 5 लाख रुपए की स्वीकृति कर रखी है और इसीलिए जब मैदान का समतलीकरण का कार्य होगा तब इस मिट्टी का इस्तेमाल मैदान के लिए किया जाएगा.
क्षेत्र में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी उठते रहे हैं सवाल
- उल्लेखनीय है कि मूलगड हुलानाखाल मोटर मार्ग की गुणवत्ता को लेकर इससे पहले भी कई बार आवाजें उठती रही हैं और फिर लीपापोती कर जांच आदि के नाम पर नतीजा सिफर ही रहा है.
- क्षेत्र में रोड पर कम गुणवत्ता के कार्यों के चलते कई बार नए पुश्ते भी लोगों के लिए जानलेवा बने चुके हैं.
- हाल ही में हुलानाखाल के निकट ऐसी ही एक दुर्घटना में सड़क का पुश्ता भरभरा कर गिर गया था और यहां एक डंपर दुर्घटनग्रस्त हो गया था.
- इस पुश्ते की जांच पीडब्लूडी ने कराई, तब कहीं जाकर ठेकेदार ने अपनी गलती स्वीकार की थी.