देवप्रयाग. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी द्वारा विधानसभा के बजट सत्र में गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा पर राज्य निर्माण आंदोलन की अग्रणी रही क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल ने कड़ा हमला बोला है. उक्रांद के नेता और आंदोलनकारी दिवाकर भट्ट ने बताया कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का ऐलान सरकार द्वारा लोगों की भावना से खिलवाड़ करना है.
पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट ने कहा कि सरकार की इस घोषणा से भाजपा की नीयत साफ हो गई है कि वह गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी नहीं बनाना चाहती. दिवाकर भट्ट ने कहा कि जिस राज्य को अपनी मूल स्थाई राजधानी राज्य निर्माण के 20 साल बाद भी नहीं मिली हो, उस छोटे से राज्य में अस्थाई, ग्रीष्मकालीन दो राजधानी बनाना कहां तक उचित है? श्री भट्ट ने कहा कि सरकार के इस फैसले से छोटा सा यह राज्य और आर्थिक बोझ से दब जाएगा.
दिवाकर भट्ट ने कहा कि सरकार बताए कि उत्तराखंड की स्थाई राजधानी कौन है. उक्रांद नेता ने कहा कि सरकार यह भी समझाए कि ग्रीष्मकालीन राजधानी का कार्यकाल क्या होगा, क्या सरकार देहरादून से सिर्फ अप्रैल-मई गर्मी में हवा खाने गैरसैंण आएगी? भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में अक्सर 8 महीने गर्म मौसम ही रहता है और इस लिहाज से भी देखा जाए तो पहाड़ों में ग्रीष्मकाल 8 महीने रहता है. उत्तराखंड में सिर्फ 4 महीने ही शीतकाल के होते हैं, तो फिर सरकार 4 महीने के लिए ही क्यों एक अस्थाई राजधानी देहरादून रखना चाहती है.
गैरसैंण को राजधानी के रूप में उक्रांद ने दिया
दिवाकर भट्ट ने कहा कि राज्य में सिर्फ उक्रांद ही है जिसने उत्तराखंड आंदोलन के समय और राज्य बनने के 13 साल पहले ही गैरसैंण को राजधानी घोषित कर दिया था, लेकिन राज्य निर्माण के बाद भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने राजधानी के मसले पर सिर्फ लोगों को छला है. उक्रांद नेता ने बताया कि गैरसैंण को राजधानी के रूप में हमने दिया है और तीन राजवंशों को समेटते हुए उत्तराखंड के मध्यस्थल गैरसैंण पर कई चर्चाओं के बाद सहमति बनाकर जनता को राज्य की राजधानी पर राज्य निर्माण से पूर्व ही किसी संशय में नहीं रखा.
क्या अब कहीं और स्थाई राजधानी बनाएगी सरकार
श्री भट्ट ने कहा कि सरकार जनता को बताए कि क्या वह अब कहीं और स्थाई राजधानी बनाएगी. भट्ट ने कहा कौशिक समिति ने भी राज्य की राजधानी के लिए 70 प्रतिशत लोगों की सहमति गैरसैंण पर ही जाहिर की थी, लेकिन भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने राज्य निर्माण के बाद से ही इस गैरसैंण पर अनदेखी की.
कांग्रेस पर भी किया तीखा प्रहार
कांग्रेस पर भी तीखा प्रहार करते हुए भट्ट ने कहा कि यह उक्रांद की ही जीत है, जो कांग्रेस अपनी सरकार के दौरान कुछ नहीं कर पाई वह भी अब पूर्णकालिक राजधानी बनाने की मांग कर रही है. भट्ट ने कहा कि उक्रांद के लिए राजधानी का मुदा आज भी खत्म नहीं हुआ है और एक करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ एक ही पूर्णकालिक राजधानी गैरसैंण बनने तक आवाज उठाती रहेगी.