देहरादून. मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा महामारी अधिनियम में संशोधन का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे कोरोना वायरस के खिलाफ लङाई में फ्रंटलाईन में कार्यरत हमारे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा मिलेगी.
यह दुर्भाग्य की बात है कि अपनी जान को खतरे में डालकर हमारी जान बचाने वाले चिकित्सकों के साथ कुछ लोग दुर्व्यवहार करते हैं. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हम अपने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को विश्वास दिलाते हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है. कोरोना वारियर्स का सम्मान हम सभी का दायित्व है. चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बतादें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वह चिकित्सा कर्मियों की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था निश्चित करें. साथ ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह निर्देश भी दिया गया है कि इन लोगों के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो 24 घंटे में कभी भी आवश्यकता पड़ने पर इन लोगों के लिए उपलब्ध रहे और सहायता करें. स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने अब सजा का प्रावधान भी कर दिया है.
अब विरोध में काला दिवस नहीं मनाएंगे डाक्टर
डॉक्टरों ने काला दिवस मनाने का कार्यक्रम किया स्थगित कर दिया है. देशभर में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हो रहे हमलों के विरोध में काला दिवस मनाने का पहले निर्णय किया गया था. आइएमए उत्तराखंड के महासचिव डॉ. डीडी चौधरी ने कहा कि आज केंद्र सरकार की ओर से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का कानून लाये जाने के फैसले के बाद किया स्थगित कर दिया है. केंद्र सरकार डॉक्टरों और अन्य हेल्थकर्मियों की सुरक्षा के लिए अध्यादेश में डॉक्टरों और अन्य हेल्थकर्मियों पर हमला करने वालों को अधिकतम 7 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है.