कीर्तिनगर. देश के विभिन्न राज्यों में फंसे सभी प्रवासी उत्तराखंडियों की घर वापसी को लेकर युवा उक्रांद नेता गणेश भट्ट ने आज एसडीएम कीर्तिनगर के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार को पत्र प्रेषित किया है. युवा नेता गणेश भट्ट ने कहा कि फंसे प्रवासियों की घर वापसी को लेकर अखबारों में रोज सरकार के अलग अलग बयान आ रहे हैं.
सरकार कभी लोगों से गांव वापसी के लिए लिंक जारी कर फार्म भरवाती है, फिर कभी कहती है कि सिर्फ फंसे लोगों को ही वापस लाएगी. जबकि देश के विभिन्न भागों में लगभग सरकार के डाटा के मुताबिक ही डेढ़ लाख लोग गांव आने की गुहार लगा चुके हैं. ये सभी प्रवासी उत्तराखंडी होटल की नौकरी, कामकाज बंद होने के कारण लाकडाउन का पालन करते हुए एक एक कमरों में 10 से 12 की संख्या में बंद हैं और कमरे का किराए सहित खाने पीने की समस्या से परेशान हैं.
युवा नेता गणेश भट्ट ने कहा कि सरकार के बयानों से दुविधा वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. बार बार के ऐसे बयानों से राज्य के बाहर फंसे ऐसे हजारों लोगों में अपनी वापसी को लेकर जबरदस्त दुविधा है. गणेश भट्ट ने मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार को प्रेषित चेतावनी पत्र में कहा है कि पंजीकरण कराने के बाद प्रवासियों की घर वापसी न करवाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भट्ट ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डियों और होटेलियर भाइयों को 1 सप्ताह के भीतर घर वापस लाने को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वह एसडीएम कार्यालय कीर्तिनगर में भूख हड़ताल पर बैठेंगे.