मुंबई. उत्तराखंड दिवस के उपलक्ष्य में पूर्व राज्यमंत्री व मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र की अगुवाई में मुंबई की सामाजिक सांस्कृतिक संस्था ‘अभियान’ ने मुंबई के मलबार हिल स्थित राज भवन में एक समारोह का आयोजन किया.शनिवार को इस समारोह में मुंबई की विशिष्ट उत्तराखंडी हस्तियों का सम्मान महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के हाथों किया गया. इशान्य मुंबई में सामाजिक कार्य करने वाली श्रीमती सुशीला कानपुडे, शिव सिंह रौतेला, स्वरूपचंद पोखरियाल, रतनमणि अंथवाल, मीनाक्षी भट्ट, महावीर सिंह बिष्ट समेत अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, माधुरी के संपादक विनोद तिवारी, पत्रकार केशरसिंह बिष्ट के अलावा विभिन्न क्षेत्र की कुल 9 विशिष्ट हस्तियों का सम्मान राज्यपाल के हाथों हुआ.
लंबे आंदोलन के बाद उत्तराखंड राज्य बना था. 9 नवंबर 2000 को तात्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने इस प्रदेश का गठन किया था, इसलिए अभियान संस्था ने सभी सम्मानमूर्तियों को अटल जी की प्रतिमा भेंट की. आयोजक अभियान के संस्थापक अमरजीत मिश्र ने देवभूमि को कला व संस्कृति का भंडार बताते हुए देशभक्ति में अटूट आस्था का केंद्र भी बताया. मेरी सहेली की डिजिटल एडिटर कमला बड़ोनी ने ‘रम्माण’ पुस्तक देकर राज्यपाल का स्वागत किया, तो जेडी तिवारी ने उत्तराखंड की प्रतीक टोपी राज्यपाल को पहनाई.
महाराष्ट्र-उत्तराखंड की बोली-संस्कृति में कई समानताएं
राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र व उत्तराखंड की सामाजिक-सांस्कृतिक दर्शन में एकरूपता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराष्ट्र और उत्तराखंड की बोली और संस्कृति में कई समानताएं नज़र आती हैं. उत्तराखंड और उत्तराखंडियों के बारे में श्री कोश्यारी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के लोग कर्मठ होते हैं इसलिए जहां भी जाते हैं, वहां अपनी मेहनत और ईमानदारी से अपनी जगह बना लेते हैं. गांव में भी उत्तराखंड के लोग अपने लिए रोजगार के विकल्प खोज लेते हैं इसलिए उत्तराखंड में कभी भुखमरी जैसी स्थिति नहीं आती. गांवों में भी उत्तराखंड के लोग पक्के मकानों में रहते हैं और उन्हें किसी चीज की कोई कमी नहीं होती. कोरोना काल की बात करें, तो संकट की इस घड़ी में भी उत्तराखंडी अपनों की मदद के लिए आगे आये और उनकी हर मुमकिन मदद की.