पौखाल. वैश्विक महामारी कोविड 19 ने दुनिया में हर व्यवसाय की गति रोक कर रख दी. स्कूल, कालेज, होटल, मॉल, बड़े बड़े कारखानों की आवाज भी सन्न कर दी. ऐसे में कोरोना ने कई मामलों में सालों साल चली आ रही एक जैसी रूटीन लाइफ के मायने भी बदल दिए. हमारे मानीनीय प्रधानमंत्री जी ने भी कहा कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं, यह अवसर भी है. सही मायनों में देखें तो यह एक अवसर ही बनकर आया है मानव जीवन की गतिविविधियों को फिर से परिभाषित करने का.
कोरोना काल में देश में आर्थिक चक्र तो गड़बड़ाया, लेकिन स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ और देश को बचाने की सारी जिम्मेदारी स्वास्थ्य महकमें पर आ गई. कोरोना महामारी के इलाज के लिए कोई कारगर दवा नहीं मिलने से इसका बचाव, रोकथाम का जिम्मा होमियोपैथी पर भी आ गया और इस क्षेत्र के डा. गोविंद सिंह रावत जैसे पेशेवर चिकित्सकों ने जहां हैं, वहां के आसपास की रक्षा करने की अपनी पेशेवर जिम्मेदारी को सामाजिक जिम्मेदारी बदलकर एक तरह से मिशन ही बना लिया.
85000 से भी ज्यादा लोगों को बांटी निशुल्क दवा
घनसाली विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत होमियोपैथिक क्लीनिक विनकखाल के चिकत्सक डॉ. गोविंद सिंह रावत ने कोविड-19 से बचाव हेतु शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली होमियोपैथी दवा आर्सेनिक अल्ब 30 को भिलंगना ब्लाक के गांव गांव जाकर निशुल्क शिविरों के जरिए बांटने का संकल्प लिया और क्षेत्र के समाजसेवियों की मजबूत टीम के साथ 100 गांव से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर चुके हैं. इन शिविरों में डा. गोविंद सिंह रावत 85000 से भी ज्यादा लोगों को निशुल्क दवाईयों के साथ बचाव सामग्री बांट चुके हैं.
जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी भी कर चुके हैं सराहना
डा. रावत के इन प्रयासों की सराहना जिलाधिकारी टिहरी, उपजिलाधिकारी घनसाली, पुलिस के आला अधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित, विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं, प्रधान संगठनों तथा क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा की जा चुकी हैं. अब स्थिति यह है कि जहां शिविरों में डा. गोविंद सिंह रावत जाते हैं, क्षेत्र के लोग फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत करते हैं.
भिलगंना ब्लाक के पूर्व प्रमुख श्री विजय गुनसोला जी ने किया स्वागत
डा. गोविंद सिंह रावत का 47वाँ 48वाँ 49वाँ निशुल्क शिविर श्री गुरुमणिकनाथ धाम के पट्टी कोटी फैगुल में कल रविवार को लगा. जहां 3000 लोगों ने निशुल्क शिविर का लाभ लिया. 47वें निशुल्क शिविर में ग्राम सभा मगरों पट्टी कोटी फैगुल, ग्राम स्यालकुंड, पाली, खाल, कोटी की सभी ग्रामसभा के लोगों ने लाभ लिया. इस अवसर पर विशिष्ट सहयोगी श्री विजय गुनसोला जी पूर्व प्रमुख भिलगंना, श्री राम प्रकाश राणा जी प्रधान कोटी, श्रीमती गीता देवी जी खाल पाली, प्रधान रविंद्र सिंह रावत जी स्यालकुंड, गोविंद सिह जी प्रधान, विजय कुमार जी सामाजिक कार्यकर्ता, श्रीमती बीना देवी जी क्षेत्र पंचायत सदस्य, आंगनवाड़ी बहन सविता देवी, बिंदू देवी, पुष्पा देवी, रोशनी देवी, सुबोधिनी देवी, जय वीर सिंह रावत भाजपा के वरिष्ठ नेता, दिगंबर थपलियाल जी, गोविंद सिंह नेगी जी, प्रमोद भट्ट जी अध्यापक, दिनेश रमोला जी प्रहरी, दयाल सिंह, सूरज सिंह, भगवती प्रसाद, प्यार दत्त, सचिन कोटनाला महासचिव श्री गुरु माणिक नाथ धाम तीर्थोत्थान समिति (रजि) मौजूद रहे.
राजकीय इंटर कॉलेज पोखाल में लगा 48वाँ निशुल्क शिविर
48वाँ निशुल्क शिविर राजकीय इंटर कॉलेज पोखाल में लगा, जिसमें ग्राम सभा मोलना, पोखाल, असेना की समस्त ग्राम के लोगों ने निशुल्क शिविर का लाभ लिया, जिसमें प्रधान श्रीमती रामी देवी, श्रीमती पूजा देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य, श्री विजय सिंह नेगी जी सामाजिक कार्यकर्ता, प्रधान प्रतिनिधि बलवीर सिंह जी, गंभीर सिंह भंडारी जी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता, श्रीमती मीना देवी जी, श्री कैंतुरा जी कैप्टन, होशियार सिंह पवार जी, भोला दत्त गुसाई, विजय सिंह जी, हुकुम सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधान, संजय लाल जी, विनोद लाल जी, गिरीश लाल, जयपाल सिंह नेगी, सरस्वती देवी आशा कार्यकत्री ने अपनी उपस्थिति दी.
पिलखी के भोलेनाथ के मंदिर में 49वें शिविर में भी जुटे लोग
49वाँ निशुल्क शिविर ग्राम पिलखी के भोलेनाथ के मंदिर में लगा, जिसमें पिलखी, नैल के समस्त ग्राम वासियों ने निशुल्क शिविर का लाभ उठाया, जिसमें प्रधान पिंकी, श्रीमती बबीता देवी शाह, बीडीसी सदस्य श्रीमती कृष्णा देवी पिलखी, श्री रामचंद्र नौटियाल, आंगनवाड़ी बहन सुनीता देवी जी, उर्मिला देवी जी, बुद्धि देवी जी, प्रधान नैल श्रीमती अंजना देवी प्रभाकर, आशा कुसुम बिजल्वान जी, अन्य सभी गणमान्य लोग मौजूद रहे.
श्री बचल सिंह रावत अध्यक्ष ज्वालामुखी मंदिर समिति विनकखाल टि.ग के सौजन्य से लगने वाले इन शिविरों में मुख्य सहयोग कर्ता श्री धनपाल सिंह रावत बीडीसी सदस्य खवाड़ा, एडबोकेट लोकेंद्र जोशी जी घनसाली, नवेद्र सिंह रावत, धन सिंह रावत, अमृत सिंह रावत, मंगल सिंह रावत, गोकुल सिंह रावत, विजयपाल सिंह दोरियाल, पूर्ण परमार आदि हैं.