देहरादून. वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए देश भर में लॉकडाउन चल रहा है. जिसके चलते शहरों में रह कर अपना जीवन यापन कर रहे लाखों की संख्या में लोगों अपने घर-गांव लौटे हैं. इन में कई लोगों तो शहरों से कई किलो मीटर की पैदल यात्रा कर अपने गांव की ओर लौटे हैं. इन लोगों को केंद्र एवं राज्य सरकारों ने अपने घरों तक पहुंचने से पहले जगह-जगह बनाएं गए क्वारंटीन सेटरों में ठहराया है. इन सेंटरों में इन प्रवासियों के लिए रहने-खाने की व्यवस्थओं के लिए हंस फाउंडेशन ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है. हंस फाउंडेशन इन क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए बड़ी मदद के तौर पर खाद्य सामग्री एवं रोजमर्रा के काम में आने वाला जरूरी सामग्री उपलब्ध करवा रहा है.
रिखणीखाल, देवप्रयाग, चंपावत और ऊधम सिंह नगर प्रदान की खाद्य सामग्री
हंस फाउंडेशन ने उत्तराखंड के पोखड़ा, रिखणीखाल और देवप्रयाग में राज्य सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए खाद्य सामग्री एवं अन्य जरूरी सामान प्रदान कर रहा है. जिससे बाद इन क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों उत्तराखंडियों को समय पर भोजन और अन्य जरूरत का सामान उपलब्ध हो रहा है.
इसी के साथ उत्तराखंड के चंपावत एवं ऊधम सिंह नगर में बने क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों के लिए हंस फाउंडेशन ने राशन किट के साथ-साथ 5000 बेडिंग सैट, तकिया कवर, मोसक्यूटो मेट और 500 टेबल फैन, चंपावत के लिए 100 टेबल फैन प्रदान किए हैं. ताकि इन लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
आपको बता दें कि हंस फाउंडेशन माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज के आशीष से ऑपरेशन नमस्ते अभियान के माध्मय से पोखड़ा ब्लॉक में 92 रिखणीखाल ब्लॉक 109 और देवप्रयाग ब्लॉक में स्थापित क्वांरटीन सेंटरों में रह रहे प्रवासी उत्तराखंडियों की मदद के लिए शासन-प्रशासन के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए निरंतर खाद्य सामग्री और उनकी जरूर का सामना प्रदान कर रहा है.
क्वांरटीन सेंटर में रह रहे लोगों ने हंस फाउंडेशन और माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का आभार प्रकट किया है.
ऑपरेशन नमस्ते अभियान से अन्य प्रांतों में भी कार्य कर रहा हंस फाउंडेशन
कोविड-19 संक्रमण के चलते महामारी की आगोश में फंसे देश को उभारने के लिए हंस फाउंडेशन माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज की प्रेरणा से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार-झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र देश, पुडुचेरी, महाराष्ट्र, सिक्किम, अरूणाचल. प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरला, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और पंजाब सहित देश के कई अन्य हिस्सों में ऑपरेशन नमस्ते अभियान के माध्यम से सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन करते हुए डिजिटल इंडिया के माध्यम से लाखों गरीब परिवारों तक राशन, मास्क और तमाम दूसरी सेवाएं पहुंचा रहा है.