मुंबई. मुंबई के प्रवासियों के आयोजनों में पहाड़ के पकवानों की खुशबू और स्वाद के लिए मुंबई के मशहूर हरीश कैटर्स का नाम उत्तराखंडी लोगों की पहली पसंद होता है. लेकिन इस बार उत्तराखंडी खानपान के व्यवसाई हरीश कैटर्स के लिए यह पहला मौका था कि उन्हें महाराष्ट्र के राजभवन में उत्तराखंड के व्यंजनों की खुशबू बिखेरने का मौका मिला है.
मुंबई में पहाड़ी खानपान के लिए मशहूर हरीश कैटर्स को महामहिम राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी जी की भतीजी खुशबू कोश्यारी की शादी के शुभ अवसर पर मुंबई के मालाबार हिल स्थित राजभवन में अतिथियों के लिए भोजन बनाने का मौका मिला. इस अवसर पर हरीश कैटर्स ने आमखोड़ा चटनी, भट की चुरकानी, पहाड़ी चटनी, पहाड़ी रायता, राजमा दाल आदि व्यंजन बनाएं. यहां आए अतिथियों ने हरीश कैटर्स द्वारा बनाए गए पहाड़ी व्यंजनों के स्वाद की तारीफ की.
गांव पताल, जिला पिथौरागढ़ के हैं हरीश दसौनी
हरीश कैटर्स के संचालक श्री हरीशसिंह दसौनी ने कहा कि सच में महाराष्ट्र के राजभवन में अतिथियों के लिए भोजन बनाने का अवसर मेरे लिए सौभग्य की बात है और इसके लिए राज्यपाल जी का आभार व्यक्त किया है. बता दें कि मुंबई में लाखों उत्तराखंडियों को पहाड़ के स्वाद से तरोताज रखने वाले हरीश कैटर्स के संचालक श्री हरीश दसौनी पुत्र स्व. मोहन सिंह दसौनी और माता का नाम पार्वती देवी दसौनी है, जो मूल रूप से गांव पताल, भुवनेश्वर (जाजर) जिला पिथौरागढ़ के मूल निवासी हैं.
18 साल पहले आए मुंबई, फिल्म यूनिट के लिए भी बना चुके हैं खाना
हरीश दसौनी आज से लगभग 18 साल पहले मुंबई आए और होटल कारोबार से जुड़ गए. हरीश दसौनी पहले लंदन, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, एम्स्टर्डम, पेरिस, स्कॉटलैंड, नीदरलैंड में जो हिंदी मूवी बनाते थे उनका खाना बनाते थे. वहां पर अभिनेता, अभिनेत्रियों और फिल्म यूनिट के लिए इंडियन खाना बनाते थे. कई बड़ी हिंदी फल्मों जैसे हीरो नंबर वन, दिलजले आदि की शूटिंग के दौरान भोजन बनाने का कार्य भी हरीश कर चुके हैं.
उसके बाद हरीश दसौनी ने अपने कैटरिंग व्यवसाय की शुरुआत की. मुंबई में उत्तराखंडियों के छोटे बड़े सभी आयोजनों में हरीश कैटर्स का नाम सबसे लोकप्रिय कैटर्स के रूप में माना जाता है. हरीश दसौनी इससे पहले उत्तराखंड भवन वाशी के लोकार्पण समारोह में भी हजारों लोगों के लिए भोजन व्यवस्था का जिम्मा संभाल चुके हैं.