देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा (CharDhamYatra) के प्रवेश एवं पंजीकरण स्थल पर ही हेल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा आरम्भ कर दी है. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि ऋषिकेश I.S.B.T रजिस्ट्रेशन स्थल पर यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग आरम्भ कर दी गयी है.
यमनोत्री (Yamunotri) व गंगोत्री (Gangotri) के यात्रा मार्ग पर क्रमशः दोबाटा एवं हिना और बदरीनाथ (Badrinath) धाम के यात्रियों के लिए पाण्डुकेश्वर में हेल्थ स्क्रीनिंग शिविर लगाया गया है. उन्होंने बताया कि हेल्थ स्क्रीनिंग के उपरान्त जिन यात्रियों में किसी भी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता पायी जा रही है, उन्हें विश्राम करने अथवा स्वास्थ्य के अनुकूल होने के उपरान्त ही यात्रा पर जाने का परामर्श दिया जा रहा है.
महानिदेशक डॉ. भट्ट ने जानकारी दी कि आपातकालीन स्थितियों में हताहत / प्रभावित यात्रियों के लिए 24×7 हैली एम्बुलेंस की सुविधा रखी गयी है. यात्रियों को हेल्थ एडवाईजरी के माध्यम से अनुकूल स्वास्थ्य की परिस्थितियों में ही यात्रा जारी रखने के बारे में जागरूक किया जा रहा है. हैल्थ एडवाईजरी को पर्यटन विभाग, स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य इकाइयों के अलावा यात्रा मार्गों पर होर्डिग्स के द्वारा भी जगह-जगह पर प्रसारित किया जा रहा हैं.
VIP दर्शन की व्यवस्था को समाप्त
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा (Char dhamYatra) के दृष्टिगत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सुव्यवस्थित और नियमानुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए हैं. उन्होंने चारों धामों में VIP दर्शन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री श्री धामी ने उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरतें. चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.
ओवर रोकने के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश
दूसरी तरफ मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम (CharDhamYatra) यात्रा व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों एवं सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.
मुख्य सचिव ने कहा कि वीकेंड में श्रद्धालुओं के बढ़ने की सम्भावना है, इसके लिए समुचित व्यवस्थाएं पूर्व में ही सुनिश्चित कर ली जाएं. बिना पंजीकरण वाले यात्रियों को आगे जाने से रोका जाए साथ ही यात्रियों के रूकने के लिए उचित स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण किया जाए. उन्होंने कहा कि यात्रियों को ऐसी जगहों पर रोका जाए, जहां उनके रुकने के लिए व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा सकें. ओवर चार्जिंग से प्रदेश की छवि खराब होती है, इसे रोकने के लिए कठोर कदम भी उठाए जाएं. चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित तरीके से चल सके इसके लिए राज्य आपदा प्रचालन केंद्र कंट्रोल रूम को एक्टिवेट कर दिया गया है.
चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम एक्टिवेट रखने निर्देश
सभी जिलाधिकारियों को जिला आपदा परिचालन केंद्रों को भी एक्टिवेट कर चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के रूप में प्रयोग करने के निर्देश दिए. उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों में समुचित मात्रा में टॉयलेट विशेषकर महिला टॉयलेट एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में ऑडियो संदेश के माध्यम से लगातार हेल्थ एडवाइजरी एवं अन्य जानकारियों का प्रसारण किया जाए.
मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग को यात्रा मार्ग में जाम की समस्या को दूर करने और कंजेशन को कम करने के लिए मालवाहक वाहनों को रात्रि के 10 बजे से प्रातः 4 बजे तक प्रतिबंधित समय में भी संचालन की अनुमति दिए जाने के निर्देश दिए. इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर, सचिव परिवहन श्री अरविन्द सिंह ह्यांकि सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे.