देहरादून. कोरोना संक्रमण के फैलाव से बचने के लिए देशभर में चल रहे लाकडाउन के बीच अन्य प्रांतों में फंसे लोगों की घर वापसी आज से हो रही है. लोगों को घर लाने और अन्य प्रांतों के फंसे लोगों को घर भेजने के अभियान में सरकार आज सबसे पहले उत्तराखंड के राहत केम्पों में रह रहे उत्तर प्रदेश के 1434 लोगों को वापस भेजेगी. वहीं उत्तराखंड के जो 180 लोग उत्तर प्रदेश से गांव आना चाह रहे हैं वे आज उत्तराखंड आएंगे. रविवार तक हरिद्वार 360 लोग हरिद्वार पहुंचेंगे. देश के विभिन्न भागों में फंसे लगभग 92 हजार लोग अब तक घर वापसी की गुहार लगा चुके हैं. 90 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन के जरिए तो 2 हजार लोगों ने फोन पर ही घर वापसी की गुहार लगाई है. घर लौटने वाले हर प्रवायों की उत्तराखंड पहुंचने पर स्क्रीनिंग होगी और सिर्फ संदिग्ध लोगों को ही सरकार इलाज के लिए रोकेगी.
होम क्वारंटीन की सलाह दी जाएगी
राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने कल जारी अपने वीडियो संदेश में कहा कि बड़ी संख्या में लोग गांव आना चाह रहे हैं और सरकार सभी गांव आने के इच्छुक लोगों को गांव लेकर आएगी. लोग धैर्य रखें, सभी फंसे लोगों को उनके गांव तक लाया जाएगा. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां आने पर सभी लोगों की स्टेशन पर स्क्रीनिंग होगी और सिर्फ संदिग्ध लोगों को ही क्वारंटीन किया जाएगा, बाकी स्वस्थ लोगों को उनके घर पर ही 14 दिन के होम क्वारंटीन की सलाह दी जाएगी. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांव के प्रधानों, समाजसेवियों की जिम्मेदारी अब और बढ़ गई है और सभी को प्रेम अपनत्व से गांव का विकास करें.
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, कर्नाटक सहित सभी भागों में फंसे लोगों की घर वापसी के लिए रेलवे मंत्रालय से 12 स्पेशल ट्रेंने चलाने का अनुरोध किया है और बहुत जल्द इन शहरों से भी लोगों की वापसी शुरू होगी.