घनसाली. उत्तराखंड के टिहरी जनपद में हर साल होने वाली माँ जगदंबा की जगदी जात (Jagadi jaat) में इस बार कोई बाहर का दुकानदार जलेबी पकोड़ी आदि की दुकान नहीं लगा पाएगा. कोविड 19 (COVID-19) के चलते नौज्यूला हिंदाव की जगदी समिति ने यह निर्णय लिया है. जगदी समिति के इस निर्णय की हर कोई तारीफ कर रहा है.
बता दें कि हिंदाव की देवी मां जगदी की जात इस बार 27 और 28 दिसंबर को हो रही है और कोरोना संक्रमण (Corona infection)
के चलते समिति ने यहां लगने वाली दुकानों के संदर्भ में बहुत ही सुंदर निर्णय लिया है. जगदंबा समिति नौजुला हिन्दाव के प्रबंधक श्री केदार सिंह मालध्या जी ने समिति के इस निर्णय का ऐलान क्षेत्र के विभिन्न व्हटसेप ग्रुप और सोशल मीडिया में किया है.
उल्लेखनीय है कि यहां हर साल होने वाली दो दिवसीय जात में बड़ी संख्या में चूंडी, बिंदी, जलेबी पकोड़ी, फेरीवाले जनपद के बाहर से मेले में आते हैं और इस बार कोरोना के खतरे से क्षेत्रवासियों को दूर रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है. 27 व 28 दिसंबर यानी 13 व 14 गते पूस को हो रही जगदी जात में नौज्यूला की समिति ने यहां आने वाले जगदी भक्तों व स्थानीय जनता से अनुरोध है किया है कि सभी लोग बच्चों सहित मेले में मास्क पहन कर ही मन्दिर में आयें. बिना मास्क प्रवेश वर्जित होगा. दर्शन के समय सामाजिक दूरी का ध्यान रखना अनिवार्य होगा.
कमेटी के निर्णय को अवसर के रूप में ले स्थानीय युवा
कमेटी के इस निर्णय पर अभिनेता ज्योति राठौर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पंचों का यह निर्णय बहुत सुंदर है और यह निर्णय कोविड ही क्यों हर साल की जात के लिए स्थाई रूप से रखा जाना चाहिए. क्योंकि इस दिन मेले में लाखों का कारोबार होता है, जो क्षेत्र का पैसा बाहरी दुकानदारों की जेब में चले जाता है. अभिनेता ज्योति राठौर ने कहा कि मेले में नौज्यूला के युवाओं को ही बड़ी संख्या में इस मेले में स्टाल लगाने चाहिए. इस बार कोरोना के चलते बड़ी संख्या में युवा गांव में है और कमेटी के निर्णय को अवसर के रूप में प्रयोग करना चाहिए.