देहरादून. शीतकालीन अवकाश में भी छात्रों को पढ़ाने वाले गुरुजी श्री जगवीर सिंह सजवाण को शिक्षा विभाग सम्मानित करेगा. पाली बेरगनी इंटर कालेज के गुरुजी श्री जगवीर सिंह सजवाण के इस योगदान के बारे में मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री एसपी सेमवाल ने संज्ञान लिया है. उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती विनीता कठैत को शिक्षक श्री सजवाण के लिए एक प्रशस्ति पत्र बनाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्य शिक्षा अधिकारी नरेन्द्रनगर श्री सेमवाल ने कहा है कि इस वर्ष 4 जनवरी को शिक्षामंत्री श्री अरविंद पांडेय ने लगभग 60 शिक्षकों को पुरस्कार दिया था. उसी प्रकार का पुरस्कार अगले साल शिक्षक श्री जगवीर सजवाण को भी मिलेगा. इसके लिए उन्होंने पत्रावली मंगाई गई हैं. इस साल ऊंचाई वाले स्थानों में शीतकालीन अवकाश में बर्फ पड़ी थीं. तो पाली बेरगनी इंटर कालेज में बर्फ पड़ी थीं. शिक्षक सजवाण ने आग जला कर छात्रों को पढ़ाया. इस साल गर्मियों की छुटियों में गरीब छात्रों को डीएलएड व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क क्लास देने वाले हैं.
छुट्टियों में देते हैं गरीब बच्चों को अविरल सुपर 30 क्लास
पाली बेरगनी इंटर कालेज के लेक्चरर श्री जगवीर सिंह सजवाण गुरुजी का घर कालेज से 16 किलोमीटर दूर है. वहाँ उनके तीन कमरे 4000 रुपये किराये में लिये हैं. एक कमरा क्लास रूम बनाया है. दो कमरों में परिवार के साथ रहते हैं.
टीईटी, बीएड कराने के लिए गुरुजी ने महारथ हासिल की है.
सजवाण खुद एजुकेशन शास्त्र से नेट क्वालीफाई हैं. केंद्रीय विश्वविद्यालय व अन्य विश्वविद्यालय से लेक्चरर बनने के लिए आवेदन किया है. जो शिक्षक टीईटी क्वालीफाई नहीं हो रही थीं. उन्होंने चम्बा में छुट्टियों में रूम लिया और गुरुजी से निःशुल्क क्लास ली. फिर पेपर पास किया. अब परमानेंट टीचर हैं. इस साल शीतकालीन अवकाश अभी 14 जनवरी को खत्म हुआ है. गुरुजी ने ग्रीष्म ऋतु अवकाश का प्लान डीएलएड के लिए रिजर्व रख दिया है. जैसे पहले बीटीसी था अब डीएलएड हो गया है. हर डाइट में 50 सीटें हैं.
वरिष्ठ पत्रकार शीशपाल गुसाईं जी की पोस्ट से संज्ञान में आया मामला
गुरुजी श्री जगवीर सिंह सजवाण की शीतकालीन अवकाश में भी पढ़ाने की इस प्रेरणादाई पहल को वरिष्ठ पत्रकार शीशपाल गुसाईं जी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में जगह दी थी. वरिष्ठ पत्रकार गुसाईं जी की यह पोस्ट खूब शेयर हुई. श्री जगवीर सिंह सजवाण, अलेरूगांव के हैं. वह चम्बा में रहते हैं. चम्बा से 16 किलोमीटर दूर बेरगनी पाली इंटर कालेज में राजनीतिक विज्ञान के लेक्चरर हैं. लेकिन उनकी रुचि साइंस के विषयो को पढाने में पहले से रही है. इसलिए प्रिंसिपल ने उन्हें बायलोजी भी अतिरिक्त पढ़ाने के लिए दी हुई है. शीतकालीन अवकाश से पहले, इंटर कालेज के आसपास के गांव में एलान किया गया कि गुरुजी क्लास देंगे. जो इच्छुक हों. वह पढ़ने आएं. बहुत सारे छात्र आ गए. जिन्होंने बर्फ में भी क्लास पढ़ी. गुरुजी पर तो पढ़ाने का जुनून जो सवार है ही. गुरुजी वर्चुअल क्लास देते हैं , साथ ही छात्रों को सिखाते हैं कि, कैसे आदतों का निर्माण करें.
अविरल सुपर 30 नाम से गरीब बच्चों के लिए निशुल्क क्लास
चम्बा में अविरल सुपर 30 नाम से गरीब बच्चों के लिए निशुल्क क्लास बनाई है. यह भी नहीं की उन्होंने इन क्लास से धनवान बनना है. बस गरीब छात्रों को रास्ता मिले. यही उनका मकसद है. जहां उन्होंने पिछली गर्मियों में उन गृहणीयो को भी क्लास दी जो टीईटी नहीं निकाल पा रही थीं. फिर कई लोग निकल गए. चम्बा में गरीब छात्रों के बीच गुरुजी का बड़ा नाम है.
असल में समाज में कई ऐसे लोग होते हैं जिन्होंने गरीबी में संघर्ष कर जब मंजिल में पहुँच जाते हैं तब पीछे छूट गए लोगों को छोड़ देते हैं खैर यह दुनिया रीति नीति हो गई है. लेकिन कुछ जगवीर गुरुजी जैसे फरिश्ते, सिद्धांतों से बंधे लोग हैं जो अपने पुराने दिनों को याद रख कर उन गरीब बच्चों के लिए लिए रास्ता बन रहे हैं.
जगवीर ने संघर्ष कर पूरी की पढ़ाई
गुरुजी ने 97 में बीएससी की तो उसी साल उनके पिता श्री भड्डू सिंह सजवाण का देहांत हो गया. माँ भी इस पीडा को सहन न करते हुए, चल बसी. जगवीर और छोटी बहन छूट गई. जगवीर ने बहुत संघर्ष कर पढ़ाई की. अभाव की जिंदगी जी. वह प्राइमरी टीचर बन गए. उससे पहले उन्होंने गढ़वाल विवि में बीएड में अतिथि प्रवक्ता के रूप में पढ़ाया था. 2016 में उनका लोक सेवा आयोग से सैकड़ों लोगों की तरह लेक्चरर में चयन हो गया. लेकिन वह सैकड़ों से भिन्न हैं. पूरा शीत ऋतु की छुट्टियां उनकी बच्चों के नाम रही और गर्मियों की छुट्टियां भी गरीब लोगों के नाम रही.
साभार- श्री शीशपाल गुसाईं (वरिष्ठ पत्रकार)