देहरादून. कल शनिवार को देहरादून स्मार्ट सिटी लि. की चाइल्ड फ्रेंडली और कम्प्यूटर फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट परियोजना (CITIIS) का औपचारिक शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया. इस अवसर पर नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी भी मौजूद थे.
शांति नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि मैं जब भी उत्तराखण्ड आता हूं, ऐसा लगता है कि यहां की हवाओं में ऋषि परम्परा एवं अध्यात्म की चेतना गूंज रही है. बाल मित्र देहरादून का सपना यही ऋषि परम्परा है. उत्तराखण्ड सरकार ने यह कदम रखकर बड़ी जिम्मेदारी उठा ली है.
इस जिम्मेदारी का निर्वहन सरकार के साथ ही समाज, विभिन्न संस्थानों एवं मीडिया को मिलकर करना होगा. इस जिम्मेदारी को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बहुत परिश्रम की आवश्यकता है. बाल अधिकारों की रक्षा एवं बाल श्रम के विरुद्ध हमें मजबूती के साथ खड़ा होना होगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए ईश्वर हमें प्रेरणा देता है.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मैं बच्चों को आजाद नहीं कराता, बल्कि वे मुझे आजाद कराते हैं. जब तक हम ऐसी दुनिया का निर्माण नहीं करते जहां बच्चों में मित्रता का भाव न हो, तब तक हमारी सभ्यता में कहीं न कहीं खोट है. श्री कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि हमारे मन में ईमानदारी, करूणा एवं क्षमा का भाव होना जरूरी है.