घनसाली. भारतीय जनता पार्टी से घनसाली विधानसभा से टिकट नहीं मिलने के बाद उद्योगपति व समाजसेवी श्री दर्शनलाल आर्य के उत्तराखंड क्रांति दल से चुनाव लड़ने की अटकलों पर घनसाली से उक्रांद के घोषित प्रत्याशी कमलदास फौजी ने कड़ा ऐतराज जताया है. कमलदास फौजी ने बताया कि सोशल मीडिया में ऐसा गलत प्रचार किया जा रहा है कि कमलदास टिकट छोड़ने को तैयार हैं, यह सरासर अफवाह है और मैं आवश्यकता पड़ी तो ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दायर करूंगा.
कमलदास फौजी ने कहा कि मैं घनसाली की जनता के हितों के लिए पिछले लंबे समय से लड़ रहा हूं और इस बार उत्तराखंड क्रांति दल से चुनाव लड़कर विधानसभा में पहुंचकर यहां की तमाम समस्याओं के समाधान की कोशिश में हूं. कमलदास फौजी ने कहा कि दर्शनलाल आर्य को उत्तराखंड क्रांति दल से चुनाव लड़ने की बजाय मेरा सर्मथन करना चाहिए और अगर अपने धनबल का ज्यादा ही नाज है तो निर्दलीय मैदान में जाकर जनता के बीच जाना चाहिए. उक्रांद प्रत्याशी कमलदास ने कहा कि दर्शनलाल आर्य को अब भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो उनके कार्यकर्ता उनके धनबल के रौब में उक्रांद के कार्यकर्ताओं और पार्टी को भ्रमित न करें.
कमलदास फौजी ने कहा कि जो खबरें चल रही हैं, ऐसे में अगर उक्रांद के बड़े नेताओं ने एक फौजी की दावेदारी बदलकर दर्शनलाल आर्य को टिकट दिया तो मैं हजारों कार्यकर्ताओं के साथ देहरादून में आंदोलन करने को बाध्य हो जाऊंगा और मैं घनसाली विधानसभा का चुनाव अवश्य लड़ूंगा.
दूसरी और दर्शनलाल आर्य ने अभी घनसाली विधानसभा से चुनाव लड़ने को लेकर पते नहीं खोले हैं. दर्शनलाल आर्य ने कहा कि घनसाली विधानसभा के उनके कार्यकर्ताओं में टिकट नहीं मिलने से भारी नाराजगी है और कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों की राय पर मंथन का दौर जारी है, जिस पर जल्द कोई निर्णय लिया जाएगा.