प्रदीप बहुगुणा
देहरादून । मध्य प्रदेश कैडर की 1991 बैच की भारतीय वन सेवा अधिकारी कंचन देवी (Kanchan Devi) को भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (Indian Council of Forestry Research and Education), देहरादून के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह परिषद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक अग्रणी परिषद है। कंचन इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त पहली महिला भारतीय वन सेवा अधिकारी हैं।
कंचन देवी को मध्य प्रदेश राज्य सरकार और भारत सरकार में वन प्रबंधन, वन प्रशासन, शिक्षा, मानव संसाधन विकास और अनुसंधान एवं विस्तार सहित वानिकी के विभिन्न क्षेत्रों में 30 वर्षों से अधिक कार्य करने का अनुभव है। इन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आईजीएनएफए), देहरादून में संकाय सदस्य के रूप में भी कार्य किया है।
अपने सेवा कार्यकाल के दौरान, कंचन देवी ने मौजूदा वन नीतियों को लागू करने, विश्लेषण करने और अद्यतन करने की सिफारिश करके ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। कंचन पिछले चार वर्षों से आईसीएफआरई में उप महानिदेशक (शिक्षा) के पद पर कार्यरत थीं।
कंचन देश में वानिकी शिक्षा को बढ़ावा देने, वानिकी पाठ्यक्रमों को मान्यता देने, वन नीति अनुसंधान अध्ययन संचालित करने, मानव संसाधन विकास, आईसीएफआरई के वैज्ञानिकों और तकनीकी अधिकारियों की भर्ती और पदोन्नति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन्होंने सतत भूमि प्रबंधन उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-एसएलएम) की स्थापना और आईसीएफआरई में विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित पारितंत्र सेवा सुधार परियोजना (ईएसआईपी) के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।