नवी मुंबई। मुंबई में प्रवासी उत्तराखंडियों के सामाजिक महोत्सव कौथिग 2024 के आयोजन की रूपरेखा को लेकर उत्तराखंड समाज की एक आम सभा, उत्तराखंड भवन, वाशी नवी मुंबई में रविवार को हुई। इस आम सभा में देवभूमि फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री सुरेश राणा जी, कौथिग फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री हीरा सिंह भाकुनी जी, श्री प्रयाग रावत जी, श्री प्रह्लाद अधिकारी सहित 100 से भी ज्यादा सामाजिक प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति देकर कौथिग 2024 को मिलकर सफल बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
कौथिग 2024 के मुख्य संयोजक श्री मनोज भट्ट के संयोजन और फिल्म अभिनेता श्री ज्योति राठौर के संचालन में हुई इस बैठक की शुरुआत कौथिग 2008 के संस्थापक सदस्य रहे श्री महावीर पैन्यूली के सारगर्भित संबोधन से शुरू हुई। श्री महावीर पैन्यूली ने 2008 में कौथिग के आरंभ से जुड़े संस्मरण सुनाए और मुंबई कौथिग को उत्तराखंड समाज का ब्रांड स्थापित करने वालों के योगदान का जिक्र किया। श्री पैन्यूली ने कहा कि जिस भावना से कौथिग की शुरुआत ठाणे के वेदांत मैदान से शुरू की गई थी धीरे-धीरे उसमें कई लोग पीछे छूटते गए, लेकिन समाज के सभी लोगों का भावनात्मक समर्थन कौथिग के साथ रहा। श्री पैन्यूली ने 2024 के कौथिग की बैठक के लिए बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी देखकर विश्वास जताया कि साल 2024 और 24 जनवरी का अदभुत संयोग समाज के भूले बिसरे लोगों को समेटने का सबसे सबसे भव्य आयोजन साबित होगा।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कौथिग 2008 के संस्थापक सदस्य रहे समाजसेवी श्री बलवीर सिंह रावत ने कहा कि जब 2008 में उत्तराखंड के सांस्कृतिक उत्सव को मनाने की बात हुई थी, तब इस उत्सव का नाम गढ़वाल और कुमाऊं में एक जैसे बोले जाने वाले समान शब्द कौथिग रखा गया था। श्री बलबीर सिंह रावत ने कौथिग 2008 के आयोजन की अग्रिम शुभकामनाएं दी।
कौथिग को सबसे पहले नवी मुंबई में लाने वाले स्व. अशोक मल्ल जी को श्रद्धांजलि देते हुए श्री महावीर सिंह रावत जी ने कौथिग को उत्तराखंड संस्कृति विभाग से जोड़ने के लिए श्री ओपी बडोनी जी, पूर्व विधायक श्री गणेश गोदियाल आदि लोगों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कौथिग निरंतर समाज के सभी लोगों को जोड़कर आगे बढ़े, इसकी शुभकामनाएं दी। वहीं समाजसेवी चामूसिंह राणा जी ने समाज के सभी लोगों को साथ आकर कौथिग 2024 को सफल बनाने की अपील की। इस बैठक में कौथिग फाउंडेशन के ट्रस्टी श्री सुशील कुमार जोशी जी, श्री बी.डी. कुकरेती जी, श्री दिनेश बिष्ट जी, श्री सुरेश काला जी, श्री विनोद भट्ट, दीपक भट्ट, गोविंद आर्य, प्रवीण ठाकुर जी, मनोज सिंह दानू जी, लोकेंद्र ओझा जी सहित कई लोग मौजूद थे।
सामाजिक कौथिग 2024 (mumbai kauthig 2024) की तैयारियों की इस बैठक में मुंबई और नवी मुंबई, थाने के उपनगरों से बड़ी संख्या में मातृ शक्ति ने भाग लिया, जिनमें श्रीमती मीना शर्मा, श्रीमती रेखा राजेंद्र लिंगवाल, श्रीमती रजनी पंत, श्रीमती मंजू भट्ट, श्रीमती मंजू भट्ट, श्रीमती लक्ष्मी रौथाण, श्रीमती पुष्पा गोविंद भट्ट, श्रीमती स्वेता राहुल नैथानी, श्रीमती नमिता काफलिया, श्रीमती अपर्णा विरेंद्र नेगी आदि ने अपनी गरिमायी उपस्थिति दर्ज कर कौथिग २०२४ को सफल बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
इस सभा में सर्वश्री रमेश गोदियाल, प्रसिद्ध गायक बी.के. सामंत, राकेश पुंडीर, गजेंद्र रावत, सुभास चंद्र, डीबी देवराड़ी, धीरज सिंह गुसाईं, आनंद सिंह भंडारी, अमन बर्तवाल, राजेंद्र सिंह लिंगवाल, जीएस भट्ट, केडी अंथवाल, नितिन अंथवाल, श्याम सिंह बिष्ट, देवेंद्र सिंह रावत, प्रकाश चंद्र भट्ट, देवकीनंदन पांडे, हेम पांडे, विनोद भट्ट, महिमन राठौर, उमेश पांडे, विपिन कापरी, प्रवीण ठाकुर, उमेश चंद्र डिमरी, श्रेयर राणा, जगदीश जोशी, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, महेश धामी, अर्जुन इगराल, राहुल नैथानी, भूपाल चंद ठाकुर, कैलाश सिंह, देवकीनंदन कांडपाल, नीरज सिंह अधिकारी, भीमसिंह राठौर, मनोज सिंह, रमेश गोदियाल, राकेश पुडीर, कुंदन सिंह, मनोज सी. भट्ट, अनूप, अतुल चंद, सुरेश चंद्र बी. जोशी, राजेश रमोला, दयासागर धस्माणा, दीपक सी भट्ट, गुडू सिंह, भूपेंद्र चंद, रतन ठाकुर, प्रदीप सिंह मौनी, राकेश खंकरियाल आदि सामाजिक सख्शियतों ने नए उत्साह के साथ कौथिग 2024 को मनाने की बात कही। इस बार मुंबई कौथिग 24 जनवरी से 28 जनवरी 2024 तक रामलीला मैदान, नेरुल, नवी मुंबई में हो रहा है।
कौथिग 2024 की बैठक में कौथिग मुंबई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. योगेश्वर शर्मा धस्माना, पूर्ण मनराल जी व सुधाकर थपलियाल को श्रद्धांजलि देकर उनके सामाजिक योगदान को याद किया गया।