नवी मुंबई। उत्तराखण्डी समाज के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन मुंबई कौथिग के 16वें सीजन का शुभारंभ 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम की भव्य महाआरती के साथ रामलीला मैदान, नेरुल नवी मुंबई में होगा। देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री सुरेश राणा जी की अध्यक्षता और कौथिग के मुख्य संयोजक श्री मनोज भट्ट के नेतृत्व में आयोजित मुंबई कौथिग 2025 के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड और महाराष्ट्र की राजनीतिक, सामाजिक और सिने जगत की कई प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी।
मुंबई कौथिग के मुख्य संयोजक श्री मनोज भट्ट ने बताया कि कौथिग की शुरुआत मां नंदा देवी की राजजात यात्रा की झांकी से होगी। यह शोभायात्रा नेरुल के गांवदेवी मंदिर से शाम 3 बजे से शुरू होगी और मां नंदा के जयकारों के साथ कौथिग प्रांगण तक पहुंचेगी। इस शोभायात्रा में उत्तराखंडी पारंपरिक परिधान में महिलाएं बड़ी संख्या में शिरकत करेंगी और उत्तराखंड के मशूहर छलिया कलाकार रंगारंग नृत्य प्रस्तुत करेंगे।
कौथिग के संयोजक श्री मनोज भट्ट ने बताया कि इस बार मुंबई कौथिग का शुभारंभ 22 जनवरी को हो रहा है और यह अदभुत संयोग है कि 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ भी है। इसलिए, इस बार हम मुंबई कौथिग-2025 के 16वें संस्करण के शुभारंभ और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष में रामलीला मैदान, नेरुल में प्रभु श्रीराम जी की भव्य महाआरती का आयोजन करने जा रहे हैं। रामलीला मैदान में प्रभुश्री राम की 51 थालियों से महाआरती की जाएगी। इसके अलावा प्रभु श्रीराम की कुछ झांकियों के माध्यम से कौथिग 2025 के शुभारंभ को भव्य और दिव्य बनाने की सभी तैयारियां की गई हैं। कौथिग आयोजन समिति ने भारी से भारी संख्या में 22 जनवरी को शाम 4 बजे, रामलीला मैदान नेरूल, नवी मुंबई पहुंचकर प्रभु श्रीराम की महाआरती का पुण्य लाभ लेने की अपील की है।
मुंबई कौथिग का पांच दिवसीय आयोजन 22 जनवरी से 26 जनवरी 2025 तक शाम 2 बजे से 10 बजे रात तक होगा, जिसमें कौथिग के सांस्कृतिक निर्देशक ज्योति राठौर और सुरेश काला के निर्देशन में उत्तराखंड के कई जाने माने लोक कलाकार और संस्कृति विभाग उत्तराखंड सरकार के सांस्कृतिक दल लोक गीत व नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य श्री प्रवीण ठाकुर ने बताया कि कौथिग-2025 में नेरूल के रामलीला मैदान में गढ़-कुमाऊं की गौरवशाली विविध लोक संस्कृति के रंगों के साथ-साथ उत्तराखंड की हस्तशिल्प, बागवानी, मोटे अनाज कृषि उत्पाद, फलोत्पादन, रेशम विकास, कृषि विपणन, जैव प्रौद्योगिकी एवं जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। कौथिग के संरक्षक गिरवीर नेगी, नरेंद्र जोशी, समाजसेवी माधवानंद भट्ट, कौथिग फाउंडेशन के अध्यक्ष हीरा सिंह भाकुनी, कौथिग फाउंडेशन के कार्याध्यक्ष सुशील कुमार जोशी, चामू सिंह राणा, संजीव सजवाण, आदि के साथ टीम कौथिग के सदस्य श्रीमती मीनाक्षी भट्ट, श्रीमती मीना शर्मा, श्रीमती हेमा कन्याल, श्रीमती रजनी पंत, श्रीमती पुष्पा भट्ट, नमिता काफलिया, महिपाल नेगी, लक्ष्मण ठाकुर, बलबीर सिंह रावत, राकेश पुंडीर, रमेश गोदियाल, प्रदीप जखमोला, देवकी नंदन कांडपाल, पूरण चंद पांडे, महावीर पैन्यूली, गोविंद आर्य, हेम पांडे, भुपी चंद ठाकुर, राकेश खंकरियाल, अमन (पप्पू) बरतवाल, लोकेंद्र ओझा, मनोजसिंह दानू, प्रदीप सिंह मौनी, दीपक भट्ट, मंगल सिंह, विनोद भट्ट, प्रवीण ठाकुर, सचिन आर्य, उमेश पांडे, पूरण चिलवाल, घनश्याम भट्ट, योगेश कापरी आदि लोगों की टीम कौथिग दिन रात आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटी है।